Edited By Diksha kanojia, Updated: 18 May, 2022 09:53 PM
सोरेन ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस संबंध में पत्र लिखकर इसे अविलंब वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि राज्य में यदि यह कानून लागू हो जाता है तो राज्य के व्यापारियों को काफी परेशानी होगी। इसका सीधा असर बाजार पर पड़ेगा और खाद्य पदार्थों के...
दुमकाः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और सांसद सुनील सोरेन ने हेमंत सरकार से झारखंड राज्य कृषि उपज और पशुधन विपणन विधेयक 2022 को अविलंब वापस लेने की मांग की है।
सोरेन ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस संबंध में पत्र लिखकर इसे अविलंब वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि राज्य में यदि यह कानून लागू हो जाता है तो राज्य के व्यापारियों को काफी परेशानी होगी। इसका सीधा असर बाजार पर पड़ेगा और खाद्य पदार्थों के मूल्य में वृद्धि होगी जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना होगा। सांसद ने कहा है कि पूरे राज्य भर के व्यापारी इस विधेयक के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं। व्यापारी आंदोलन करने के लिए इसलिये विवश हैं क्योंकि मौजूदा सरकार ने दो प्रतिशत मंडी टैक्स लगाने का निर्णय लिया है। यह झारखंड जैसे खनिज प्रधान प्रदेश के लिए बिल्कुल अव्यवहारिक है।
पूर्ववर्ती रघुवर सरकार ने इस तरह के निर्णय से परहेज किया था। उन्होंने कहा है कि वर्तमान में भी बिहार, बंगाल, उड़ीसा जैसे राज्यों में भी कृषि कर को वर्षों पहले हटा दिया गया है। भाजपा सांसद ने कहा कि इस तरह का टैक्स लगने से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा और अफसरशाही बढ़ेगी। सबसे बड़ी बात यह है कि उपभोक्ताओं को महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी। ऐसे में जनहित को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार इस पर अविलंब ध्यान दें।