Edited By Diksha kanojia, Updated: 10 Aug, 2022 01:12 PM
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को यहां झारखंड जनजातीय महोत्सव के उद्घाटन के अवसर पर कहा, ‘‘मैं अपने समाज को जानता हूं, अपने राज्य के लोगों को समझता हूं। मुझे पता है की बैंक से लोन लेना मेरे युवा साथियों के लिए कितना कठिनाई पूर्ण रहता है।
रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को बैंकों से कर्ज के बंटवारे में युवाओं की अनदेखी पर चिंता जताते हुए कहा कि सुस्त बैंकिंग कार्यप्रणाली के कारण आज युवा कर्ज के अभाव में हुनमंद होने के बावजूद मजदूरी करने को विवश हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को यहां झारखंड जनजातीय महोत्सव के उद्घाटन के अवसर पर कहा, ‘‘मैं अपने समाज को जानता हूं, अपने राज्य के लोगों को समझता हूं। मुझे पता है की बैंक से लोन लेना मेरे युवा साथियों के लिए कितना कठिनाई पूर्ण रहता है। देश में बैंकों की स्थिति तो यह है कि हेमन्त सोरेन भी अगर लोन लेने जाए तो उसे पहली दफा में नकार देंगे। हमारे युवा हुनरमंद होते हुए भी मजदूरी करने को विवश हैं।''
सोरेन ने कहा, ‘‘हमने स्थिति को बदलने की ठानी है। अब गाड़ी चलाने जानने वाला गाड़ी का मालिक बन रहा है। हम अपने आदिवासी लोगों को साहूकारों महाजनों के भरोसे नहीं छोड़ सकते हैं। मिशन मोड में कार्यक्रम चलाकर हम किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध करवा रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘छात्र-छात्राओं को पढ़ने के लिए राशि उपलब्ध करवाने को लेकर गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना लेकर आ रहे हैं।''