Edited By Diksha kanojia, Updated: 09 Jul, 2022 05:45 PM
सिन्हा ने आज कहा कि वहीं जब द्रौपदी मुर्मू इस राज्य की राज्यपाल हुआ करती थी तो भाजपा ने अपने शासनकाल में आदिवासियों के अस्तित्व और सम्मान पर प्रहार करते हुए सीएनटी/एसपीटी एक्ट में बदलाव की फाइल राजभवन भेजी थी, उस वक्त समीर उरांव को या भाजपा को...
रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि आज भाजपा को द्रौपदी मुर्मू के रूप में आदिवासी याद आ रहे हैं।
सिन्हा ने आज कहा कि वहीं जब द्रौपदी मुर्मू इस राज्य की राज्यपाल हुआ करती थी तो भाजपा ने अपने शासनकाल में आदिवासियों के अस्तित्व और सम्मान पर प्रहार करते हुए सीएनटी/एसपीटी एक्ट में बदलाव की फाइल राजभवन भेजी थी, उस वक्त समीर उरांव को या भाजपा को आदिवासी और आदिवासियत की चिंता क्यों नहीं हो रही थी और आज भी सरना धर्म कोड को लेकर भाजपा आदिवासियों को छलने और ठगने का काम कर रही है। जबकि हमारी सरकार ने तो पूरी प्रतिबद्धता के साथ विधानसभा से पारित कराकर बिल को केंद्र को भेज दिया है और आज लगभग एक साल होने जा रहे है इसके बावजूद केंद्र सरकार सरना धर्म कार्ड पर मौन क्यूं है। सिन्हा ने कहा कि क्या अब देश के सर्वोच्च पद पर आसिन व्यक्ति को उसके जाति के नाम से जाना जाएगा। क्या यही राष्ट्रवाद है भाजपा का।
कांग्रेस ने भी अपने शासनकाल में कई सर्वोच्च स्थान पर लोगों को बैठाने का काम किया लेकिन कभी उसका जाति जोड़ कर नहीं देखते और देश भी उनके क्रिया-कलापों के चलते आज भी नमन करती है। उन्होंने कहा कि जाति ने पूछो साधू की पूछ लीजिए ज्ञान, मोल करो तलवार का पड़ा रहने दो मयांन।उन्होंने कहा कि जिस प्रकार भाजपा आदिवासियों के नाम पर ढिंढोरा पीट रही है तो कही यह आदिवासियों को ठगने या छलने के पीछे आदिवासियों के अस्तित्व और सम्मान के पीछे कुठाराघात है और यह आशंका भी है कि भाजपा सीएनटी/एसपीटी पेशा, कानून को समाप्त कर देगी और इसका ठीकरा भी एक सच्चा आदिवासी महिला के साथ फोडेगी।