Edited By Diksha kanojia, Updated: 14 Sep, 2021 04:26 PM
सीएम हेमंत ने कहा कि भोजपुरी और मगही बिहार की भाषा है, झारखंड की नहीं। इसलिए झारखंड का बिहारीकरण नहीं होगा। उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं की इज्जत लूटकर उन्हें भोजपुरी और मगही भाषा में गाली दी जाती है। सोरेन ने कहा कि आदिवासी और क्षेत्रीय भाषाओं के दम...
रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भोजपुरी और मगही भाषा को लेकर एक ऐसा बयान दिया है, जिसको लेकर विवाद शुरु हो गया है। सियासी गलियारों में सीएम का ये बयान काफी चर्चा में है। सीएम ने कहा कि भोजपुरी और मगही भाषा बोलने वाले डोमिनेटिंग लोग होते हैं।
सीएम हेमंत ने कहा कि भोजपुरी और मगही बिहार की भाषा है, झारखंड की नहीं। इसलिए झारखंड का बिहारीकरण नहीं होगा। उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं की इज्जत लूटकर उन्हें भोजपुरी और मगही भाषा में गाली दी जाती है। सोरेन ने कहा कि आदिवासी और क्षेत्रीय भाषाओं के दम पर झारखंड की जंग लड़ी गई थी न कि भोजपुरी और मगही भाषा के दम पर।
बता दें कि सीएम के इस बयान के बाद विपक्ष में उनपर लगातार निशाना साधना शुरु कर दिया है। भाजपा सांसद संजय सेठ ने पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का यह बयान गलत और आपत्तिजनक है। उन्होंने आगे कहा भोजपुरी आज की भाषा नहीं है, मैथली, भोजपुरी और मगही भाषाएं धरोहर हैं। हमारा लक्ष्य है समाज को एकजुट करना लेकिन सीएम तो समाज की एकता तोड़ने मे लगे है।