Edited By Diksha kanojia, Updated: 16 Aug, 2022 10:52 AM
देश के 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज यहां मोरहाबादी मैदान में परेड की सलामी के बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं राज्य के युवाओं को विशेष रूप से कहना चाहता हूं कि युवा शक्ति अपनी रचनात्मक और सकारात्मक ऊर्जा का उपयोग झारखण्ड के नव...
रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सबको साथ लेकर चलने वाली संस्कृति ही भारतीय राष्ट्रवाद की असली बुनियाद है और इसमें नफरत एवं अलगाव के लिए कोई जगह नहीं है। देश के 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज यहां मोरहाबादी मैदान में परेड की सलामी के बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं राज्य के युवाओं को विशेष रूप से कहना चाहता हूं कि युवा शक्ति अपनी रचनात्मक और सकारात्मक ऊर्जा का उपयोग झारखण्ड के नव निर्माण के लिए करें।''
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पूरा भरोसा है कि हम सब मिलकर झारखण्ड को एक समृद्ध, खुशहाल एवं विकसित राज्य बनाने में जरूर सफल होंगे।'' सोरेन ने कहा कि आज हम भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पूरे मना रहे हैं और हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि आजादी के मतवाले अनेक वीर योद्धाओं के शहादत के बाद हमें यह आजादी नसीब हुई है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद हमारे देश के नीति निर्माताओं ने कल्याणकारी राज्य के आदर्शों के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं नमन करता हूं देश के संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर को, जिन्होंने आदिवासियों, पिछड़ों, दलितों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए, उनको उनका हक दिलाने के लिए अथक प्रयास किया।''
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के आदिवासी, पिछड़े एवं दलित वर्ग आजादी के बाद पिछले 75 वर्षों में सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक रूप से काफी सशक्त हुए हैं,लेकिन हम ‘समतामूलक समाज' की स्थापना के लक्ष्य से दूर हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे विचार में हम तब तक इस लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकते जब तक हम व्यक्ति द्वारा व्यक्ति के शोषण को रोकने में सफल नहीं होंगे।'' मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘नवाचार सूचकांक में झारखण्ड का प्रदर्शन बेहतर हुआ है और हम कई पायदान पर आगे बढ़े हैं।