Edited By Diksha kanojia, Updated: 17 Feb, 2022 06:36 PM
पलामू के खनवा गांव निवासी विजय महतो, उमेश महतो सहित दर्जनों किसान ब्रोकली की खेती कर अपनी अलग पहचान बनायें हैं। वहीं विश्रामपुर के गोदरमा गांव निवासी प्रगतिशिल किसान-सह-किसान कवि मुंशी महतो ने ब्रोकली की खेती किये हैं। फसल भी अच्छी है।
रांचीः झारखंड में पलामू के किसान सब्जियों की खेती से अपनी जीवन बदलने में जुटे हैं। गोभी, आलू, बोदी, नेनुआ, कद्दू करैला आदि सब्जियों की बातें करें या सब्जी की अन्य उन्नत फसल की। पलामू के किसान सब्जियों की पारंपरिक खेती के साथ-साथ ब्रोकली जैसे उन्नत एवं पौष्टिकता वाली सब्जियों की खेती कर सबल हो रहे हैं।
पलामू के खनवा गांव निवासी विजय महतो, उमेश महतो सहित दर्जनों किसान ब्रोकली की खेती कर अपनी अलग पहचान बनायें हैं। वहीं विश्रामपुर के गोदरमा गांव निवासी प्रगतिशिल किसान-सह-किसान कवि मुंशी महतो ने ब्रोकली की खेती किये हैं। फसल भी अच्छी है। कृषि विभाग के सहयोग से किसानों को ब्रोकली की खेती के लिए आत्मबल मिला है। बीटीएम अमित कुमार ने बताया कि आत्मा पलामू की ओर से किसानों को जागरूक किया गया। साथ ही उन्हें खेती के लिए न केवल प्रोत्साहित किया गया, बल्कि कृषि विभाग के एटीएम, बीटीएम द्वारा किसानों के खेत में जाकर ब्रोकली की नर्सरी कराई और उसे उचित दूरी बनाकर खेतों में लगवाने का कार्य किया गया।
सदर प्रखंड क्षेत्र के खनवा गांव निवासी किसान विजय महतो एवं उमेश महतो ने बताया कि पहले वे ब्रोकली के बारे में खुद नहीं जानते थे, लेकिन कृषि विभाग व आत्मा सिस्टम से जुड़ने के बाद वे वृहद तरीके से इसकी खेती से जुड़ गये हैं। इसकी खेती से उन्हें मुनाफा समझ में आने लगा है। उन्हें कृषि विभाग से नि:शुल्क बीज उपलब्ध कराये गये। साथ ही प्रत्यक्षण के लिए प्रशिक्षण देते हुए जागरूक भी किया गया। हालांकि इन किसानों ने कट्ठा-पांच कट्ठा खेत में ब्रोकली की खेती की है। इसके मुनाफा भी उन्हें मिलने लगा है।