Edited By Diksha kanojia, Updated: 27 Oct, 2021 04:18 PM
प्रमंडलीय आयुक्त जटा शंकर चौधरी ने मंगलवार को पलामू प्रमंडल क्षेत्र अंतर्गत राष्ट्रीय उच्च पथ -75 एवं 98 के निर्माण एवं भू-अर्जन संबंधी कार्यो की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि किसानों को डरने की कोई जरूरत नहीं है। उनकी फसल को बर्बाद नहीं होने दी...
रांचीः झारखंड के पलामू प्रमंडल क्षेत्र के वैसे किसानों के लिए राहत भरी खबर है, जिनकी भूमि पर राष्ट्रीय उच्चपथ (एनएच) का निर्माण कार्य होना है। अब निर्माण क्षेत्र में पड़ने वाले किसानों की खरीफ फसलों को नष्ट या बर्बाद नहीं किया जायेगा बल्कि खरीफ फसल वाले स्थानों पर मार्ग का निर्माण कार्य फसल कटने के बाद शुरू किया जाएगा।
प्रमंडलीय आयुक्त जटा शंकर चौधरी ने मंगलवार को पलामू प्रमंडल क्षेत्र अंतर्गत राष्ट्रीय उच्च पथ -75 एवं 98 के निर्माण एवं भू-अर्जन संबंधी कार्यो की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि किसानों को डरने की कोई जरूरत नहीं है। उनकी फसल को बर्बाद नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने किसानों से अपील किया है कि सरकार द्वारा जारी मुआवजा राशि जरूर लें। किसानों को नुकसान नहीं होने दी जायेगी, बल्कि सड़क बनने से सभी को यात्रा करने में सुगम होगा। उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को कैंप लगाकर रैयतों को एलपीसी निर्गत करने एवं मुआवजा राशि भुगतान का सख्त निदेश दिया है।
आयुक्त ने हरिहरगंज क्षेत्र के किसानों को एलपीसी निर्गत करने की धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए 10 दिनों में शत प्रतिशत रैयतों को एलपीसी निर्गत करने का निदेश दिया। वहीं कार्य में शिथिलता बरतने को लेकर हरिहरगंज के अंचल अधिकारी एवं प्रभारी सीआई के विरुद्ध कारर्वाई करने का निदेश दिया। बैठक में पलामू के अपर समाहर्ता सुरजीत कुमार सिंह समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।