Edited By Diksha kanojia, Updated: 26 Jun, 2021 07:59 PM
झारखंड सरकार कृषि आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास का लक्ष्य लेकर कार्य कर रही है। इसका प्रतिफल है कि राज्य के किसान बहुफसलीय खेती की ओर अग्रसर हो रहे हैं। प्रदेश में इन योजनाओं के क्रियान्वयन के बाद उसका परिणाम भी सामने आने लगा है। इसमें सबसे...
रांचीः झारखंड सरकार की अक्षय ऊर्जा आधारित परियोजनाओं से सिंचाई के बेहतर साधन उपलब्ध होने से राज्य के किसान की आय में अच्छी वृद्धि हो रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में कृषि को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं का समावेश किया था।
झारखंड सरकार कृषि आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास का लक्ष्य लेकर कार्य कर रही है। इसका प्रतिफल है कि राज्य के किसान बहुफसलीय खेती की ओर अग्रसर हो रहे हैं। प्रदेश में इन योजनाओं के क्रियान्वयन के बाद उसका परिणाम भी सामने आने लगा है। इसमें सबसे अधिक योगदान अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं का है। यह झारखंड के किसानों के लिए लाभदायक साबित हो रहा है।
राज्य के किसानों को सिंचाई के क्षेत्र में सहयोग देने के लिए लिफ्ट सिंचाई प्रणाली उन किसानों को मदद कर रही है, जो डीजल पंप समेत अन्य पारंपरिक संसाधन तथा बोरिंग सिस्टम का खर्च नहीं उठा सकते। झारखंड के सिर्फ अति पिछड़ा सिमडेगा जिला को लें, तो यहां के गरीब किसानों के हित में जिले के कई हिस्सों में सौर आधारित लिफ्ट सिंचाई प्रणाली लागू की गई है। सौर आधारित लिफ्ट सिंचाई प्रणाली जिले के हजारों किसानों को सिंचाई सुविधा प्रदान कर रही है और इससे गरीब किसानों का जीवन बदल रहा है।