Edited By Khushi, Updated: 29 Dec, 2024 11:18 AM
झारखंड प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय रांची में बीते शनिवार को स्व. डॉ मनमोहन सिंह के लिए श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई जहां कांग्रेस के नेता एवं कार्यकर्ताओं ने उनके चित्रों पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धासुमन अर्पित की।
रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय रांची में बीते शनिवार को स्व. डॉ मनमोहन सिंह के लिए श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई जहां कांग्रेस के नेता एवं कार्यकर्ताओं ने उनके चित्रों पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धासुमन अर्पित की।
श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कांग्रेस विधायक दल नेता प्रदीप यादव ने कहा की जिनके जीवन और कार्यों ने भारत के भविष्य को दिशा दिखायी। उन्होंने कहा कि डॉ. सिंह भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में एक विशाल व्यक्तित्व थे, जिनके योगदान ने देश को रूपांतरित किया और उन्हें विश्व भर में सम्मान प्राप्त हुआ। 1990 के दशक के प्रारंभ में वित्त मंत्री के रूप में डॉ. सिंह भारत के आर्थिक उदारीकरण के शिल्पकार थे। यादव ने कहा कि अपनी अद्वितीय दूरद्दष्टि के साथ, उन्होंने ऐसे सुधारों की शुरुआत की जिन्होंने न केवल देश को संकट से उबारा, बल्कि वैश्विक बाजारों के लिए द्वार भी खोले। उनके द्वारा किए गए विनियमन, निजीकरण और विदेशी निवेश को बढ़ावा देने वाले नीतिगत कदमों ने भारत के तेजी से विकास की नींव रखी। उनके नेतृत्व में, भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया, जो उनकी प्रतिभा और दृष्टिकोण का प्रमाण है।
यादव ने कहा कि भारत के 13वें प्रधानमंत्री के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह ने देश का नेतृत्व शांति, द्दढ़ संकल्प और असाधारण बुद्धिमत्ता के साथ किया। उनका कार्यकाल निरंतर आर्थिक वृद्धि, वैश्विक पहचान और सामाजिक प्रगति से चिह्नित था। उन्होंने 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान भारत को इस संकट से बचाने के लिए रणनीतिक उपाय किए। उनके नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण पहलें हुईं जनजातीय समुदायों को सशक्त बनाने और अपने कार्यकाल में उच्चतम वृद्धि दर को प्राप्त करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। डॉ. सिंह की समावेशी विकास, अंतररष्ट्रीय कूटनीति और आर्थिक आधुनिकीकरण के प्रति प्रतिबद्धता ने भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत किया, जबकि साथ ही साथ सामान्य नागरिकों की भलाई पर भी ध्यान केंद्रित किया। उनका द्दष्टिकोण और कार्यकाल एक ऐसे सहानुभूतिशील, सुधारक नेता के रूप में इतिहास में अंकित रहेगा, जिन्होंने स्थिरता और विकास को प्राथमिकता दी।
वहीं, श्रद्धांजलि सभा में प्रदीप यादव, ममता देवी, रविन्द्र सिंह, राजीव रंजन प्रसाद, शाहजादा अनवर, जय शंकर पाठक, कुमार गौरव, राकेश सिन्हा, अभिलाष साहु, राकेश किरण महतो ,अमुल्य नीरज खलखो, सोनाल शांति, डॉ, एम तौसिफ, राजन वर्मा, शशि भूषण राय, नेली नाथन, जगदीश साहु, हृदयानन्द यादव, राजेश गुप्ता, आलोक दूबे, नन्द लाल शर्मा, के.के गिरि, जितेन्द्र त्रिवेदी, प्रभात कुमार, वशिष्ट लाल पासवान, संजय कुमार, सुरेन राम, अजय सिंह,हुसैन खान, उमर खान, दिनेश लाल सिन्हा, राजीव प्रकास चैधरी, राजू राम, शकिल अख्तर अंसारी, ऐनुल हक, अमरेन्द्र सिंह, मनोज सहाय पिंकू, सुनील सिंह, छोटू सिंह, फिरोज रिजवी, प्रीति सहाय, नरेन्द्र लाल गोपी, राजेश चन्द्र राजू, मोहम्मद टूना, प्रवेज खान, विनोद कुमार सिंह और रामानन्द केशरी उपस्थित थे।