Edited By Diksha kanojia, Updated: 25 Jul, 2022 05:36 PM
व्यापारियों के प्रमुख संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा है कि इस अभियान की वजह से तिरंगे की मांग में जोरदार उछाल की उम्मीद है और व्यापारियों ने इस मांग को पूरा करने के लिए कदम उठाए हैं।
जमशेदपुरः आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 13 से 15 अगस्त तक चलने वाले केंद्र सरकार के ‘हर घर तिरंगा' अभियान के मद्देनजर आने वाले दिनों में राष्ट्रीय ध्वज की बिक्री में जोरदार उछाल की उम्मीद है। व्यापारियों के प्रमुख संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा है कि इस अभियान की वजह से तिरंगे की मांग में जोरदार उछाल की उम्मीद है और व्यापारियों ने इस मांग को पूरा करने के लिए कदम उठाए हैं।
कैट के राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोनथालिया ने एक बयान में दावा किया कि बाजारों में तिरंगा खरीदने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है, ऐसे में राष्ट्रीय ध्वज की मांग तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। देश के नागरिकों को 13 से 15 अगस्त के बीच अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रेरित करने को केंद्र सरकार ने ‘हर घर तिरंगा' अभियान शुरू किया है और देशभर में 25 करोड़ घरों में तिरंगा फहराने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए केंद्र सरकार ने तिरंगा फहराने के नियमों में भी बदलाव किए हैं। कैट ने ध्वज विनिर्माताओं से उत्पादन बढ़ाने को कहा है ताकि बढ़ती मांग पूरी की जा सके।
सोनथालिया ने बताया कि विनिर्माताओं से कहा गया है कि वे राष्ट्रीय ध्वज संहिता के प्रावधानों का सख्ती से पालन करें। कैट ने अपनी दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, झारखंड, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, ओडिशा, बिहार और राजस्थान इकाइयों से अपने-अपने राज्यों में कपड़ा उत्पादकों से संपर्क करने और उन्हें बड़ी संख्या में राष्ट्रीय ध्वज बनाने के लिए प्रेरित करने को कहा है। अभी बाजार में दस रुपये से लेकर 150 रुपये तक के विभिन्न आकार के तिरंगे उपलब्ध हैं। कैट की खादी ग्रामोद्योग से तिरंगे खरीदने और उन्हें कारोबारी संस्थाओं को उपलब्ध करवाने की भी योजना है।