Edited By Diksha kanojia, Updated: 17 Apr, 2022 12:12 PM
प्रकाश ने कहा कि पंचायत चुनाव की प्रक्रिया पूरे प्रदेश में प्रारम्भ हो चुकी है और आचार संहिता लागू है। ऐसे में पंचायत चुनाव से प्रत्यक्ष जुड़े पदाधिकारियों का बड़े पैमाने पर पदस्थापन यह स्पष्ट करता है कि राज्य सरकार की मंशा साफ नही है।
रांचीः भारतीय जनता पार्टी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने आज कहा कि राज्य सरकार चुनाव आचार संहिता का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन कर रही है। प्रकाश ने कहा कि पंचायत चुनाव की प्रक्रिया पूरे प्रदेश में प्रारम्भ हो चुकी है और आचार संहिता लागू है। ऐसे में पंचायत चुनाव से प्रत्यक्ष जुड़े पदाधिकारियों का बड़े पैमाने पर पदस्थापन यह स्पष्ट करता है कि राज्य सरकार की मंशा साफ नही है।
उन्होंने कहा कि प्रखंड विकास पदाधिकारी ही पंचायत चुनाव में निर्वाची पदाधिकारी होते हैं। कहा कि आज सरकार ने 32 प्रखंड विकास पदाधिकारियों के पदस्थापन से सबंधित अधिसूचना जारी की है। उन्होंने कहा कि यह काम सरकार पहले भी कर सकती थी। राज्य सरकार बार बार पंचायत चुनाव कराने की बात कर रही थी। सरकार को पता भी था कि आचार संहिता लागू होती है। फिर घोषणा के पूर्व पदाधिकारियों का पदस्थापन क्यों नही किया गया। राज्य सरकार को बताना चाहिये कि आखिर अभी कौन सी विशेष परिस्थिति उत्पन्न हो गई जिसके कारण आचार संहिता में पदस्थापन करना पड़ा।
प्रकाश ने कहा कि हेमंत सरकार में सारी प्रशासनिक व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। मुख्यमंत्री, मंत्री के इशारे पर रोज नियम विरुद्ध निर्णय लिए जा रहे। कहा कि यह पलटी मार सरकार है जो रोज गलत निर्णय भी लेती है और फिर उसे बदलने का नाटक भी करती है। प्रकाश ने राज्य के निर्वाचन आयोग का पूरी तरह सम्मान करते हुए अनुरोध किया कि वे अपने निर्णय पर पुनर्विचार करें। प्रदेश की जनता एवम पार्टी को संवैधानिक संस्था पर पूरी आस्था और भरोसा है। परंतु ऐसे निर्णयों पर जनता को भरोसे में लेना भी बड़ी जिम्मेवारी है। आदर्शआचार संहिता में राज्य सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर पंचायत चुनाव से प्रत्यक्ष जुड़े पदाधिकारियों का पदस्थापन करना जनता के मन मे संदेह उत्पन्न करता है।