Edited By Diksha kanojia, Updated: 14 Jun, 2022 10:43 AM
राज्यपाल ने पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों से पूछता कि प्रस्तावित घटना, धरना, प्रदर्शन, जुलूस के बारे में प्रशासन के पास क्या जानकारी थी और आपने क्या-क्या व्यवस्थाएं की थी। आई.बी. सीआईडी तथा स्पेशल ब्रांच ने क्या-क्या इनपुट दिये। जुलूस के संचालन के...
रांचीः झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने सोमवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक अभियान, रांची के उपायुक्त और वरीय पुलिस अधीक्षक को राजभवन तलब किया और उनसे रांची में 10 जून और उसके बाद हुई घटनाओं के बारे में जानकारी ली।
राज्यपाल ने पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों से पूछता कि प्रस्तावित घटना, धरना, प्रदर्शन, जुलूस के बारे में प्रशासन के पास क्या जानकारी थी और आपने क्या-क्या व्यवस्थाएं की थी। आई.बी. सीआईडी तथा स्पेशल ब्रांच ने क्या-क्या इनपुट दिये। जुलूस के संचालन के दौरान कितने सुरक्षा कर्मी और दंडाधिकारी वहां उपस्थित थे। आपने कोई प्रिवेंटिव एक्शन क्यों नहीं लिया, वाटर कैनन, रबर बुलेट और आंसू गैस का इस्तेमाल क्यों नहीं, मौके पर इन सारे उपायों का क्यों नहीं प्रयोग किया गया। राज्यपाल ने यह भी पूछा कि पुलिस अधिकारी और जवान हेलमेट और अन्य सुरक्षात्मक उपकरण क्यों नहीं पहने हुए थे, अब तक कितनी गिरफ्तारियां हुई हैं, कितने एफआईआर दर्ज हुए।
अफवाह फैलाने वालों पर किस तरह की कारर्वाई हुई। इस दौरान डीजीपी ने बताय कि आईबी के इनपुट के अनुसार करीब डेढ़ सौ लोगों ने इस उपद्रव को अंजाम दिया। राज्यपाल ने पिछले दिनों गुमला में दुष्कर्म के आरोपी युवक को भीड़ को जिन्दा जलाकर मारने, रांची में राजेश कुमार पाल ज्वेलर की दुकान में हत्या कर दिये जाने, आदित्यपुर में 3 युवकों की गोली मार कर हत्या कर दिये जाने और जमशेदपुर में गवाही देने पर घर में घुसकर युवक मनप्रीत की गोली मारकर हत्या कर दिये जाने के मामले में भी निर्देश दिये और इन सबकी जानकारी उन्हें अतिशीघ्र उपलब्ध कराने को कहा।