Edited By Diksha kanojia, Updated: 20 Oct, 2020 04:36 PM
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को संताल परगना के विकास में सबसे बड़ा बाधक बताया और कहा कि वह यहां के लोगों को राजनीति में आगे आने देने के बदले अपने परिवार के...
दुमकाः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को संताल परगना के विकास में सबसे बड़ा बाधक बताया और कहा कि वह यहां के लोगों को राजनीति में आगे आने देने के बदले अपने परिवार के लोगों को स्थापित करने में जुटा है।
मरांडी ने सोमवार को स्थानीय संताली और खोरठा भाषा में दुमका विधानसभा क्षेत्र अन्तर्गत चिरुडीह (कुलड़िहा), मुर्गाथली (असुरदहा),कुलनगो ( रहवापडा), दरबारपुर, और बागनल सहित विभिन्न गांवों में चलाए गए सघन जनसंपर्क अभियान के दौरान ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के परिवार ने दुमका को राजनीतिक चारागाह बना लिया है। इस कारण उनकी पार्टीव संताल परगना में अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित सात सीटों पर एक-एक कर अपने परिवार के लोगों को स्थापित करने में जुटा है।
भाजपा नेता ने कहा कि झामुमो के लोग झारखंड अलग राज्य लेने का दावा करते रहे हैं लेकिन जब अलग राज्य बना उस समय झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन को दुमका की जनता ने खारिज कर दिया था और उन्हें (स्वयं बाबूलाल मरांडी) अपना सांसद चुना था। तभी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अलग राज्य झारखंड का तोहफा दिया। अब सोरेन परिवार राज्य के विकास के बदले अपना घर भर रहा है और झारखंड अलग राज्य की फसल काट रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि शिबू सोरेन और उनके परिवार के किसी सदस्य को संताल परगना से बाहर किसी दूसरे क्षेत्र से चुनाव लड़ने और जीत हासिल करने की हिम्मत नहीं है।
पूर्व में झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन को मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए तमाड़ क्षेत्र की जनता खारिज कर चुकी हैं। उन्होंने लोगों से दुमका में होने वाले उप चुनाव में भाजपा की शिक्षित स्थानीय प्रत्यशी डॉ. लुईस मरांडी को भारी मतों से विजयी बनाने के साथ त्वरित विकास के लिए झामुमो के सोरेन परिवार से दुमका को मुक्त कराने का आह्वान किया।