Edited By Diksha kanojia, Updated: 20 Jun, 2022 11:46 AM
उन्होंने कहा कि रांची समेत पूरे राज्य में अमन- चैन, शांति और सदभाव का माहौल बना रहे, इसके लिए वे सरकार के साथ हर कदम पर खड़े हैं। यहां सभी वर्ग और तबके के लोग हमेशा से ही आपसी प्रेमभाव और भाईचारगी के साथ रहते आए हैं और इसमें किसी को खलल डालने नहीं...
रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से आज जमीयत -उलेमा झारखंड, अंजुमन इस्लामियां, इमारत -ए -शरिया और एदार -ए -शरिया के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। उन्होंने 10 जून को राजधानी रांची में हुई हिंसा और इससे जुड़े तथ्यों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
उन्होंने कहा कि रांची समेत पूरे राज्य में अमन- चैन, शांति और सदभाव का माहौल बना रहे, इसके लिए वे सरकार के साथ हर कदम पर खड़े हैं। यहां सभी वर्ग और तबके के लोग हमेशा से ही आपसी प्रेमभाव और भाईचारगी के साथ रहते आए हैं और इसमें किसी को खलल डालने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि रांची में हुई हिंसा में जो भी दोषी पाए जाएं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए तथा मारे गए लोगों के परिजनों के साथ न्याय होना चाहिए।
प्रतिनिधिमंडल में जमीयत- उलेमा के मुफ़्ती शहाबुद्दीन कासमी, मंजर खान, मोहम्मद खालिद उमर, डॉ आसिफ अहमद और मौलाना एस रहमान, अंजुमन इस्लामियां से अबरार अहमद, डॉ असलम परवेज और एम रहमान, इमारत -ए -शरिया से मुफ़्ती अनवर कासमी, मौलाना ओबैदुल्लाह कासमी तथा एदार-ए -शरिया के मौलाना कुतुबुद्दीन रिज़वी, वरीय अधिवक्ता एम खान मुफ़्ती फैजुल्लाह मिस्बाही और एस अली शामिल थे।