Edited By Diksha kanojia, Updated: 21 Nov, 2021 11:45 AM
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की पहल पर सखी मंडल के उत्पादों को पलाश ब्राण्ड के जरिए एक नई पहचान और पारंपरिक आदिवासी आभूषण को आदिवा ब्राण्ड के तहत बाजार से जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री की यह पहल अपने लक्ष्य को हासिल करने में सफल होता दिख रहा है।
रांची/नई दिल्लीः इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में झारखण्ड की सखी मंडलों का पलाश ब्राण्ड के उत्पाद लोगों को काफी पसंद आ रहें हैं। जेएसएलपीएस की सीईओ नैन्सी सहाय ने यहां शनिवार को बताया किविश्व स्तरीय उत्पादों के बीच भी राज्य की दीदियों द्वारा निर्मित उत्पाद लोगों की पहली पसंद है।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की पहल पर सखी मंडल के उत्पादों को पलाश ब्राण्ड के जरिए एक नई पहचान और पारंपरिक आदिवासी आभूषण को आदिवा ब्राण्ड के तहत बाजार से जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री की यह पहल अपने लक्ष्य को हासिल करने में सफल होता दिख रहा है। ग्रामीण महिलाओं के उत्पादों को एक मंच देने के लिए नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आईआईटीएफ अंतर्गत सरस आजीविका मेला का आयोजन किया गया है। 14 से 27 नवंबर 2021 तक चलने वाले इस मेले का उद्देश्य है, देश भर की सखी मंडल की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों को राष्ट्रीय पटल पर लाया जा सके, और साथ ही लोगों को हर एक राज्य की परंपरा और संस्कृति की झलक एक ही स्थान में मिल सके।
सरस आजीविका मेले में झारखण्ड के सखी मंडल की महिलाओं ने भी अपने उत्पादों के साथ हिस्सा लिया है। ग्रामीण महिलाएं ‘पलाश' अंतर्गत 50 से ज्यादा उत्पादों की बिक्री कर रहीं हैं। दिल्ली जैसे मेट्रो सिटी में सखी मंडल की महिलाओं द्वारा निर्मित शुद्ध उत्पादों की काफी डिमांड देखी जा रही है, चाहे वो झारखण्ड के घने जंगलों से निकाला शहद हो, लेमन ग्रैस तेल हो या अरहर की दाल। पलाश माटर् में 8 प्रकार के आचार जैसे आम, आवला, नींबू, मिर्च, कटहल, लशुन इत्यादि के आचार उपलब्ध है। अन्य खाद्य उत्पादों में मड़ुआ का आटा, ब्राउन राइस, हल्दी एवं मिर्ची पाउडर, सरसों का तेल, काले गेहूं का आटा, लोबिया, तुलसी एवं नीम के शहद आदि उपलब्ध है।