Edited By Diksha kanojia, Updated: 02 Dec, 2021 12:33 PM
पुलिस ने बताया कि महिला चक्रधरपुर के ग्रामीण क्षेत्र हिजिया, कोमाई, इचाकुटी गांव से आठ बच्चियों को बहला-फुसलाकर काम दिलाने के बहाने त्रिपुरा ले जा रही थी।
चाईबासाः झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम स्थित दक्षिण-पूर्व रेल मंडल के चक्रधरपुर मुख्यालय के स्टेशन पर ग्रामीण क्षेत्रों से कथित तौर पर बहला-फुसलाकर ले जाई जा रही आठ बच्चियों को बुधवार शाम मुक्त कराया गया और इस संबंध में एक महिला को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि महिला चक्रधरपुर के ग्रामीण क्षेत्र हिजिया, कोमाई, इचाकुटी गांव से आठ बच्चियों को बहला-फुसलाकर काम दिलाने के बहाने त्रिपुरा ले जा रही थी। उन्होंने बताया कि खबर मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की नन्हे फरिश्ते टीम ने वहां पहुंचकर बच्चियों से पूछताछ की और उन्हें मुक्त कराया। पुलिस ने बच्चियों से पूछताछ के बाद स्थिति स्पष्ट होने पर सृजन महिला विकास मंच द्वारा संचालित चाइल्ड लाइन को इसकी सूचना दी।
देर शाम तक सभी बच्चियों को जिला मुख्यालय चाईबासा स्थित बालिका छाया गृह भेजा गया। सृजन महिला विकास समिति की सचिव नर्गिस खातून ने बताया कि बच्चियों के आधार कार्ड में उम्र बढ़ाकर फर्जी ढंग से संशोधन किया गया है। बृहस्पतिवार को लड़कियों के अभिभावकों को बुलाया जाएगा। उनसे पूछताछ कर जानकारी ली जाएगी और आगे की कार्रवाई की जाएगी।