Edited By Diksha kanojia, Updated: 17 Sep, 2020 03:58 PM
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास (Raghuvar das) ने राजधानी रांची में नौकरी स्थाई करने की मांग को लेकर पिछले शनिवार से आंदोलनरत सहायक पुलिसकर्मियों से बुधवार को मुलाकात करने के बाद कहा कि हेमंत सरकार इन कर्मियों के साथ अमानवीय व्यवहार (Inhuman...
रांचीः झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास (Raghuvar das) ने राजधानी रांची में नौकरी स्थाई करने की मांग को लेकर पिछले शनिवार से आंदोलनरत सहायक पुलिसकर्मियों से बुधवार को मुलाकात करने के बाद कहा कि हेमंत सरकार इन कर्मियों के साथ अमानवीय व्यवहार (Inhuman behavior) कर रही है।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता दास ने आंदोलनरत पुलिसकर्मियों से मिलने के बाद कहा कि नक्सल क्षेत्र के युवाओं को गुमराह होने से बचाने के लिए पूर्ववर्ती भाजपा (BJP) सरकार ने अनुबंध पर पुलिस में आदिवासी-मूलवासी (Tribal-native) युवाओं को नियुक्त किया। नक्सलवाद पर काबू पाने में इनकी भूमिका अहम रही। आदिवासी-मूलवासी (Tribal-native) की हितैषी होने का दावा करने वाली वर्तमान सरकार इनके साथ अमानवीय व्यवहार (Inhuman behavior) कर रही है।
दास ने कहा कि सहायक पुलिसकर्मियों को आंदोलन करते कई दिन हो गए हैं लेकिन अब तक न तो कोई मंत्री और न ही कोई अधिकारी इनकी समस्या सुनने आया है। उलटे इनपर प्राथमिकी (FIR) दर्ज की जा रही है। लोकतंत्र में इस प्रकार का दमन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिस पार्टी ने आंदोलनकारी का चोला पहनकर भाजपा सरकार की बदनामी कर सत्ता हासिल की अब हायक पुलिसकर्मियों के दर्द को दरकिनार कर अपनी जिम्मेवारी से भाग रही है। पुलिसकर्मी तपती धूप एवं कोरोना के बीच अपने घर से दूर छोटे-छोटे बच्चों को लेकर आंदोलन करने को बाध्य हैं।