Edited By Diksha kanojia, Updated: 30 Apr, 2022 05:42 PM
अधिकारी ने बताया कि पीड़ित चक्रधरपुर कस्बे के आसपास के इलाकों के रहने वाले हैं। उन्हें उस वक्त मुक्त करा लिया गया जब वे बुधवार की शाम एर्णाकुलम जाने वाली एक ट्रेन में सवार होने वाले थे। आरपीएफ अधिकारी ने कहा कि जांच में कुछ पीड़ितों के आधार कार्ड...
जमशेदरपुरः झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित चक्रधरपुर में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की मानव तस्करी रोधी इकाई ने 10 बच्चों और चार युवतियों को मुक्त करा लिया, जिन्हें कथित तौर पर दक्षिण भारत के एक राज्य ले जाया जा रहा था। आरपीएफ के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि पीड़ित चक्रधरपुर कस्बे के आसपास के इलाकों के रहने वाले हैं। उन्हें उस वक्त मुक्त करा लिया गया जब वे बुधवार की शाम एर्णाकुलम जाने वाली एक ट्रेन में सवार होने वाले थे। आरपीएफ अधिकारी ने कहा कि जांच में कुछ पीड़ितों के आधार कार्ड फर्जी पाये गये।
अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक जांच से खुलासा हुआ कि वे आजीविका के लिए केरल जा रहे थे। वहीं, चाइल्डलाइन अधिकारियों ने दावा किया कि वे सभी नाबालिग हैं।