Edited By Diksha kanojia, Updated: 11 Apr, 2022 06:17 PM
ग्रामीण विकास मंत्री आलम ने आज सडर् स्थित सभागार में ग्रामीण विकास विभाग की वार्षिक कार्ययोजना पर दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में कहा कि हमें खुशी है कि महामारी के दौरान भी ग्रामीण विकास विभाग से जुड़े पदाधिकारियों ने बेहतर संवाद स्थापित कर...
रांचीः झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि वर्ष 2021-22 में ग्रामीण विकास विभाग की विभिन्न इकाईयों के माध्यम से कई ग्रामीण विकास योजनाओं को अमलीजामा पहनाया गया साथ ही कार्यान्वयन के दौरान कई खामियों को भी चिन्हित किया गया है।
ग्रामीण विकास मंत्री आलम ने आज सडर् स्थित सभागार में ग्रामीण विकास विभाग की वार्षिक कार्ययोजना पर दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में कहा कि हमें खुशी है कि महामारी के दौरान भी ग्रामीण विकास विभाग से जुड़े पदाधिकारियों ने बेहतर संवाद स्थापित कर विकास कार्यो को अंजाम दिया है। हमारा लक्ष्य है कि ग्रामीण क्षेत्र के उपेक्षित और कमजोर लोगों को आर्थिक रूप से सबल बनाते हुए उन्हें स्वाबलंबित बनाने का काम किया जाय। आलम ने कहा कि मनरेगा के तहत बिरसा हरित व दीदीबाड़ी समेत विभिन्न योजनाएं सरकार चला रही है उन योजनाओं को धरातल पर सफलतापूर्व उतारना है। हमें खुशी है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बेहतर कार्य हुआ है।
केन्द्रांष के साथ साथ राज्य सरकार ने भी अपनी 40 प्रतिशत हिस्सेदारी देकर योजना को सफल बनाने में महती भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से पदाधिकारी लक्ष्य निर्धारित कर समयसीमा के अन्दर कार्य करने की नीतियों को अनुसरण करेंगे, ऐसी उम्मीद है। प्रशिक्षण के दौरान जो भी ट्रेनर ट्रेनिंग देंगे उनकी बातों को आत्मसात करने की जरूरत है ताकि राज्य के ग्रामीण क्षेत्र के विकास में हम, आप और सब मिलकर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। आलमगीर आलम ने कहा कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिये कई योजनाओं को संचालित किया जा रहा है। किसानों की जमीन को सही समय पर पानी मिल सके और किसानों को ससमय बीज उपलब्ध हो सकें इसके लिय कृषि विभाग से समन्वय स्थापित करने की जरूरत है।