Edited By Diksha kanojia, Updated: 26 Feb, 2022 01:04 PM
सभा में स्वर कोकिला लता मंगेशकर, पूर्व विधायक कमल किशोर भगत, सामुएल होरो, ज्योति सोरेन, डॉ. गौरीशंकर राजहंस, महेंद्र प्रसाद, बिरजू महाराज, बप्पी लाहिड़ी, राहुल बजाज, प्रवीण कुमार सोबती, आशुतोष कोईरी, कमाल खान समेत अन्य दिवंगत आत्माओ को श्रद्धांजलि...
रांचीः झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन आज विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विभिन्न दलों के नेताओं ने पिछले सत्र से लेकर इस सत्र के दौरान निधन होने वाले राजनेता, कलाकार, समाजसेवी, साहित्यकार और आम नागरिकों के निधन पर शोक व्यक्त किया।
सभा में स्वर कोकिला लता मंगेशकर, पूर्व विधायक कमल किशोर भगत, सामुएल होरो, ज्योति सोरेन, डॉ. गौरीशंकर राजहंस, महेंद्र प्रसाद, बिरजू महाराज, बप्पी लाहिड़ी, राहुल बजाज, प्रवीण कुमार सोबती, आशुतोष कोईरी, कमाल खान समेत अन्य दिवंगत आत्माओ को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सभा की कार्यवाही को सोमवार 28 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी। विधानसभा अध्यक्ष श्री महतो ने बताया कि स्वर कोकिला लता मंगेशकर का 6 फरवरी को निधन हो गया। 36 भाषाओं में 30 हजार से अधिक गाने गाकर एक जीवित किंवदंती बनी सुर साम्राज्ञी के कालजयी युग का अंत हो गया। नूरजहां, अमीरबाई और शमशाद बेगम जैसी शख्सियतों के समक्ष लता जी ने स्वयं सुरों की अपनी लकीर खींची। उन्होंने सभी भावों के बहुरंगी गीत गाये।
पार्श्व गायिका के रूप में भारत-चीन युद्ध के समय कवि प्रदीप द्वारा रचित गीत- ए मेरे वतन के लोगों'' को गाकर साठ के दशक में देश के प्रत्येक जनमानस को राष्ट्रीयता की भावना से ओतप्रोत कर दिया था। 1974 में विश्व में सर्वाधिक गीत गाने का गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड रहा हो या 6 बार फिल्मफेयर पुरस्कार मिलना लता ली की उपलब्धियां अद्वितीय है। भारतीय फिल्मों में उनके अतुलनीय योगदान को देखते हुए 1969 में पद्मभूषण, 1989 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार 1999 में पद्म विभूषण से अलंकृत किया गया। वे वर्ष 2000 में राज्यसभा की सदस्य रही। वर्ष 2001 में देश के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से उन्हें सम्मानित किया गया। लता जी ने अपनी आवाज के जादू से देश ही नहीं पूरी दुनिया में पहचान बनायी, वह गीत-संगीत के माध्यम से सदियों तक हम सभी के बीच जीवित रहेंगी। उनका जाना पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है।
मुख्यमंत्री सोरेन, कांग्रेस विधायक दल के नेता सह संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम, भाजपा के विरंची नारायण, आजसू पार्टी के सुदेश महतो, राजद विधायक और श्रममंत्री सत्यानंद भोक्ता, भाकपा-माले के विनोद कुमार सिंह, विधायक प्रदीप यादव, राकांपा के कमलेश कुमार सिंह, निर्दलीय सरयू राय और अमित यादव ने भी इनके प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद सदन के सभी सदस्यों ने भी कुछ पल का मौन रखकर इन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी। बाद में विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को 28 फरवरी पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।