झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष बोले- 26 जनवरी को करेंगे अपने संवैधानिक अधिकारों की बातें

Edited By Diksha kanojia, Updated: 24 Jan, 2021 05:18 PM

will talk about his constitutional rights on january 26 dr birendra kumar

झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष डॉ. बीरेन्द्र कुमार सिंह ने रविवार को कहा कि मोर्चा के तत्वावधान में 26 जनवरी को ‘सरकार संविधान का पालन करो'' दिवस के रूप में मनाया जाएगा।

 

रांचीः झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष डॉ. बीरेन्द्र कुमार सिंह ने रविवार को कहा कि मोर्चा के तत्वावधान में 26 जनवरी को ‘सरकार संविधान का पालन करो' दिवस के रूप में मनाया जाएगा।

सिंह ने आज कहा कि 26 जनवरी को झारखंड आंदोलनकारी गण झंडोत्तोलन कार्यक्रम में प्रत्यक्ष रूप से भाग लेते हुए एक घंटा उपवास करेंगे। न तो झंडोत्तोलन कार्यक्रम का बहिष्कार किया जाएगा। साथ ही अखाड़े के लोगों से, खेत खलिहान के लोगों से, चौक चौराहों पर, अपने बच्चों से, अपने साथियों, हित कुटुंब को बताने का काम करेंगे। मोर्चा के अध्यक्ष ने कहा कि अलग राज्य का गठन संविधान की धारा 3 ए के तहत हुआ है। इस धारा के अंतर्गत झारखंड की भाषा और संस्कृति प्रमुख कारण है अलग झारखंड राज्य बनने का, जिसका झारखंड में किसी प्रकार से पालन नहीं किया जा रहा है। झारखंड के माँय-माटी के सवाल, कला और कलाकारों के सवाल, भाषा, संस्कृति के सवाल, परंपरा और धरोहरों के संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में ठोस कार्य नहीं किया जा रहा है।

सिंह ने कहा कि गृह, कारा आपदा राहत विभाग, जांच अधिनियम 1952 का अक्षरश: पालन नहीं हो रहा है न ही झारखंड आंदोलनकारियों को उचित मान-सम्मान, पहचान, पेंशन, सम्मान राशि मिल पा रही है, नियोजन की शर्तो। इस जांच अधिनियम के तहत देश के स्वतंत्रता सेनानियों का चयन किया गया, स्वतंत्रता सेनानियों को सभी प्रकार के राजकीय सुविधाओं के साथ-साथ 55,000 रुपये तक पेंशन दिया जाता रहा है, वहीं इस अधिनियम के तहत झारखंड आंदोलनकारियों का चयन किया जाने के बावजूद उन्हें ऐसी सुविधाएं नहीं मिल रही है।
 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!