Edited By Ramanjot, Updated: 27 Feb, 2025 06:21 PM
बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य शिक्षा शोध प्रशिक्षण परिषद (SCERT) द्वारा प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग (PBL) कार्यक्रम के तहत राज्य स्तरीय विज्ञान एवं गणित मेला सह प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
पटना: बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य शिक्षा शोध प्रशिक्षण परिषद (SCERT) द्वारा प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग (PBL) कार्यक्रम के तहत राज्य स्तरीय विज्ञान एवं गणित मेला सह प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन 27 फरवरी 2025 को मंत्रा सोशल सर्विसेज और एजुकेशन एबव ऑल के सहयोग से SCERT परिसर, पटना में किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान उपस्थित गणमान्यों का स्वागत पुष्पगुच्छ और शॉल देकर किया गया। मंत्रा सोशल सर्विसेज के स्टेट लीड नीरज दास गुरु ने सभी अतिथियों का अभिनंदन किया और पूरे बिहार से आए प्रतिभागी छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की सराहना की।
बिहार के होनहार छात्रों ने पेश किए अनोखे इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स
इस विज्ञान मेला सह प्रदर्शनी में बिहार के 38 जिलों से चुने गए विद्यार्थियों और शिक्षकों ने अपने विज्ञान और गणित प्रोजेक्ट्स का प्रदर्शन किया। यह आयोजन छात्रों के लिए आलोचनात्मक चिंतन, रचनात्मकता, संवाद कौशल और सहयोग जैसी 21वीं सदी की क्षमताओं को विकसित करने का अवसर बना।
शिक्षा मंत्री ने छात्रों के प्रोजेक्ट्स देखे, इंफोसिस के सह-संस्थापक भी हुए प्रभावित
मेले में सबसे बड़ा आकर्षण गैलरी वॉक रहा, जहां बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार और इंफोसिस कंपनी के सह-संस्थापक एस. डी. शिबूलाल ने छात्रों के प्रोजेक्ट्स को ध्यान से देखा और उनसे बातचीत की।
इस दौरान विज्ञान से जुड़े विद्वानों का पैनल डिस्कशन भी हुआ, जिसमें शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने विज्ञान और तकनीक के नवाचारों पर चर्चा की। इस चर्चा में छात्रों की जिज्ञासाओं को समाधान भी दिया गया।
शिक्षा मंत्री ने की सराहना, बोले- 'ऐसे आयोजन साल में एक बार जरूर होने चाहिए'
बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने छात्रों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा,
"SCERT परिसर में आयोजित PBL मेले में बच्चों द्वारा किए गए प्रयास अत्यंत सराहनीय हैं। विज्ञान और गणित को 'करके सीखने' को बढ़ावा देने के लिए ऐसे मेलों का वार्षिक आयोजन आवश्यक है। हमारी सरकार शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके बजट में भी वृद्धि की गई है। हमारा लक्ष्य है कि बिहार के छात्र आत्मविश्वास से दुनिया का सामना करें और समाज में सार्थक योगदान दें।"
SCERT के निदेशक बोले- जल्द आएंगे और भी नए इनोवेटिव शैक्षणिक कार्यक्रम
SCERT के निदेशक सज्जन आर. (भा.प्र.से.) ने बताया कि इस आयोजन में छात्रों के साथ अभिभावकों को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था, ताकि वे बच्चों की प्रगति को समझ सकें। उन्होंने घोषणा की कि अगले शैक्षणिक सत्र से बिहार के सभी विद्यालयों में कक्षा 6 और उससे ऊपर NCERT की पुस्तकें लागू की जाएंगी।
इसके अलावा, अब सरकारी स्कूलों में भी कंप्यूटर शिक्षा को अनिवार्य किया जाएगा, जिससे सरकारी और निजी स्कूलों के बीच की खाई को पाटा जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही अन्य विषयों में भी 'प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग' को बढ़ावा दिया जाएगा।
बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले स्कूलों को किया गया सम्मानित
इस राज्य स्तरीय विज्ञान मेला सह प्रदर्शनी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले गणित और विज्ञान के विद्यालयों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
गणित के लिए चयनित विद्यालय:
- मध्य विद्यालय पिंजरावां
- उत्क्रमित मध्य विद्यालय चक्का नावकोटी
- मध्य विद्यालय नियाजीपुर सिमरी
- मध्य विद्यालय रतनसार छातापुर
- उत्क्रमित मध्य विद्यालय सादिकपुर
विज्ञान के लिए चयनित विद्यालय:
- राजकीय मध्य विद्यालय खेमचंद बिगहा देव
- मध्य विद्यालय हसनबाजार पिरो
- उत्क्रमित मध्य विद्यालय कचौरा
- उत्क्रमित मध्य विद्यालय धनुकी सरमेरा
- उत्क्रमित मध्य विद्यालय लखनपार पुनपुन
- उत्क्रमित मध्य विद्यालय दाऊद नगर वैशाली
इसके अलावा, सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं और गणित व विज्ञान शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
देश-विदेश के कई गणमान्य हुए शामिल
इस आयोजन में शिक्षा मंत्री सुनील कुमार, SCERT के निदेशक सज्जन आर., संयुक्त निदेशक डॉ. रश्मि प्रभा, संयुक्त निदेशक प्रशासन सुषमा कुमारी, विभागाध्यक्ष स्नेहाशीष दास, विभा रानी, सभी जिलों के शिक्षा समन्वयक, अमेरिका की संस्था रॉकफेलर से पैगी डुलानी, साइंस फॉर सोसाइटी के प्रोफेसर अरुण कुमार, मंत्रा सोशल सर्विसेज के फाउंडर्स संतोष मोर और खुशबू अवस्थी, प्रोजेक्ट डायरेक्टर सौरभ सिंह और अन्य गणमान्य अतिथियों ने शिरकत की।