Edited By Updated: 11 May, 2017 05:13 PM
बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के घटक जनता दल यूनाईटेड (जदयू) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विधानसभा चुनाव के समय राज्य के लिए की गई विशेष ...
पटना : बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के घटक जनता दल यूनाईटेड (जदयू) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विधानसभा चुनाव के समय राज्य के लिए की गई विशेष पैकेज की घोषणा के जरिए जनता को ठगने का आरोप लगाते हुए कहा कि कागजी विज्ञप्ति बनकर रह गई इस घोषणा के बारे में नीति आयोग के पास कोई सूचना नहीं है, जो साबित करता है कि यह एक राजनीतिक स्कैंडल के सिवा कुछ नहीं है।
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार और राजीव रंजन प्रसाद ने संवाददाता समेलन में इस घोषणा के बारे में सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मांगे गए जवाब का दस्तावेज उपलध कराया। कुमार ने कहा कि पीएम मोदी ने विधानसभा चुनाव के समय बिहार की बोली लगाते हुए लोगों से पूछा था‘कितना लोगे’और 1,25,003 करोड़ रुपए के विशेष पैकेज की घोषणा की थी लेकिन दो वर्ष नौ माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी घोषणा पर अमल नहीं किया गया। यह राज्य की जनता के साथ ठगी नहीं तो और क्या है।
कुमार ने कहा कि इस घोषणा का विवरण 18 अगस्त 2015 को भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय की वेबसाइट और प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रेस विज्ञप्ति के रूप में तो उपलध है लेकिन आरटीआई से प्राप्त जवाब में घोषणा को मूर्त रूप देने के लिए अधिकृत एजेंसी नीति आयोग के वित्तीय संसाधन संभाग ने कहा कि उसके पास इस घोषणा बारे में कोई सूचना नहीं है। उन्होंने कहा कि मोदी के राज्य की जनता से किये झूठे वादे को राजनीतिक स्कैंडल कहा जाए तो गलत नहीं होगा। यदि मोदी वादे पूरे नहीं कर सकते तो उन्हें राज्यवासियों से माफी मांगनी चाहिए।