Edited By Nitika, Updated: 23 Jun, 2021 03:55 PM
बिहार के दरभंगा स्टेशन पर 17 जून को हुए ब्लास्ट मामले की जांच में आईएसआई यानि कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का हाथ सामने आया है। साथ ही इस आतंकी साजिश के तार अब जम्मू-कश्मीर से भी जुड़े होने के कारण जांच की जिम्मेदारी एनआईए को सौंपी जा सकती है।
दरभंगाः बिहार के दरभंगा स्टेशन पर 17 जून को हुए ब्लास्ट मामले की जांच में आईएसआई यानि कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का हाथ सामने आया है। साथ ही इस आतंकी साजिश के तार अब जम्मू-कश्मीर से भी जुड़े होने के कारण जांच की जिम्मेदारी एनआईए को सौंपी जा सकती है। वहीं इस मामले की जांच करने आईजी अजिताभ कुमार खुद मौके पर पहुंचे थे।
दरअसल, दरभंगा रेलवे स्टेशन पार्सल ब्लास्ट मामले की 6 दिनों की जांच में बिहार में हुए इस ब्लास्ट का कनेक्शन पहले तेलंगाना फिर झारखंड के बाद उत्तर प्रदेश होते हुए अब जम्मू कश्मीर तक जा पहुंचा है। इसकी वजह से अब यह साफ होने लगा है कि साजिश बहुत बड़ी थी। जम्मू की जेल में बिहार के ही छपरा के मढ़ौरा का रहने वाला मो. जावेद बंद है। उस पर आतंकवादियों को हथियार सप्लाई करने का आरोप है।
बता दें कि दरभंगा ब्लास्ट में रेल पुलिस के सामने जिस मो. सूफियान का नाम सामने आया, जिसकी तलाश चल रही है। सूत्रों का दावा है कि वह मो. सूफियान जम्मू के जेल में बंद मो. जावेद का ही साथी है. आपस में इन दोनों का पुराना कनेक्शन है। बिहार एटीएस की टीम जल्द जम्मू जाकर जेल में बंद जावेद से इस मामले में पूछताछ कर सकती है।