Edited By Ramanjot, Updated: 27 Feb, 2022 04:10 PM
भागलपुर के बुनकर दुपट्टा एवं रेशम के कपड़े तैयार कर कोलकाता दिल्ली और कई बड़े शहरों में काम करने वाले एक्सपोर्टर्स को भेजते थे। बुनकरों से बात करने के दौरान पता चल रहा है की रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़े शहरों के एक्सपोर्टर्स के आर्डर मिलने पूरी...
भागलपुरः बिहार में भागलपुर के सिल्क उद्योग पर भी रूस यूक्रेन युद्ध का गहरा असर पड़ा है। दरअसल, यूक्रेन में भागलपुरी रेशम और दुपट्टे की मांग थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भागलपुरी रेशम की मांग होने की वजह से भागलपुर के बुनकरों को कई देशों से रेशम के कपड़े एवं दुपट्टे का बड़ा आर्डर मिलता था। खासकर यूक्रेन में भागलपुरी रेशमी कपड़े और दुपट्टे की काफी ज्यादा मांग थी।
भागलपुर के बुनकर दुपट्टा एवं रेशम के कपड़े तैयार कर कोलकाता दिल्ली और कई बड़े शहरों में काम करने वाले एक्सपोर्टर्स को भेजते थे। बुनकरों से बात करने के दौरान पता चल रहा है की रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़े शहरों के एक्सपोर्टर्स के आर्डर मिलने पूरी तरह से बंद हो गए हैं।
एक्सपोर्टर्स का कहना है कि भागलपुरी रेशम और दुपट्टे की मांग यूक्रेन में काफी ज्यादा थी। युद्ध जैसे हालात पैदा होने के बाद से ही यूक्रेन से आर्डर आने बंद हो गए हैं, का सीधा असर भागलपुर के रेशम बाजार पर पड़ा है। साथ ही साथ बुनकरों की आर्थिक हालत भी काफी ज्यादा खराब हो गई है। अभी बुनकरों के पास सिर्फ स्थान के छोटे-मोटे आर्डर ही हैं।