Edited By Diksha kanojia, Updated: 10 Jan, 2021 01:20 PM
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ एवं पिछले वर्षों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि को लेकर आगामी 15 जनवरी को प्रदेश मुख्यालय पर किसान विरोधी दिवस मनाने के साथ ही राजभवन का घेराव करेगी।
रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ एवं पिछले वर्षों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि को लेकर आगामी 15 जनवरी को प्रदेश मुख्यालय पर किसान विरोधी दिवस मनाने के साथ ही राजभवन का घेराव करेगी।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे ने कहा कि देश के 62 करोड किसान निरंकुश मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ रहे हैं, कृषक जीवन और आजीविका के लिए करोड़ों किसान पिछले 45 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। उत्तर भारत में शीतलहर, बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण 60 किसानों ने अपना जीवन खो दिया है।
प्रवक्ता ने कहा कि पिछले वर्षों में डीजल और पेट्रोल की बेतहाशा वृद्धि किसानों और आम लोगों के दुखों पर नमक छिड़कने का काम कर रही है। पिछले छह वर्षों में (मई 2015) मोदी सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.20 प्रति लीटर वर्तमान में 32.98 प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी यानि लगभग 250 प्रतिशत की बेतहाशा वृद्धि की। वहीं, डीजल पर प्रति लीटर 3.46 की दर से बढ़ता हुआ उत्पाद शुल्क प्रति लीटर तेल की कीमत 28.37 रुपये की वृद्धि यानि 820 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
दुबे ने कहा कि उनकी पार्टी की ओर से 15 जनवरी को किसान अधिकार दिवस के तहत व्यापक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में 15 जनवरी को राजधानी रांची के राजभवन पर घेराव कर किसान विरोधी दिवस एवं पेट्रोल डीजल की बेतहाशा कीमतों में वृद्धि को लेकर विरोध किया जाएगा, जिसमें सभी विधायक, मंत्री, सांसद कांग्रेस के नेता उपस्थित रहेंगे।