Edited By Ramanjot, Updated: 09 Mar, 2024 11:55 AM
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत दर्ज एक मामले के तहत सुभाष यादव परिसरों की तलाशी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय एजेंसी पटना और उसके आसपास करीब सात परिसरों की तलाशी ले रही है। उन्होंने...
पटना: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित अवैध बालू खनन से जुड़े धन शोधन के मामले में शनिवार को पटना में कई स्थानों पर छापे मारे। इसी क्रम में लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) करीबी नेता सुभाष यादव (Subhash Yadav) परिसरों में भी छापेमारी की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, करीब आधा दर्जन लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन की कार्रवाई चल रही है।
सुभाष यादव ने राजद के टिकट पर लड़ा था चुनाव
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत दर्ज एक मामले के तहत सुभाष यादव परिसरों की तलाशी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय एजेंसी पटना और उसके आसपास करीब सात परिसरों की तलाशी ले रही है। उन्होंने बताया कि सुभाष यादव के बिहार में बालू खनन में शामिल होने की जानकारी है और उन्होंने पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के टिकट पर चुनाव भी लड़ा है। सुभाष यादव को लालू परिवार के बेहद करीबी माना जाता है। धनशोधन का यह मामला बिहार पुलिस द्वारा पूर्व में दर्ज कुछ प्राथमिकी से सामने आया था।
सुभाष यादव के खिलाफ कई थानों में दर्ज है केस
बता दें कि सुभाष यादव के खिलाफ पटना के कई पुलिस थानों में केस दर्ज है। साथ ही एक दर्जन से अधिक मुकदमें उनके खिलाफ दर्ज हैं। इसमें से ज्यादातर मामले अवैध बालू खनन से जुड़े हुए हैं। सुभाष यादव ने लोकसभा चुनाव 2019 में झारखंड के चतरा से राजद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था, लेकिन इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। सुभाष प्रसाद यादव अकूत संपत्ति के मालिक हैं।