Edited By Swati Sharma, Updated: 02 Mar, 2024 12:09 PM
बिहार के संसदीय कार्य मंत्री और शिक्षा मंत्री विजय चौधरी (Vijay Chaudhary) ने केके पाठक को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने केके पाठक को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर नहीं भेजा है, बल्कि उन्होंने सरकार को आवेदन दिया था कि हम केंद्रीय...
पटनाः बिहार के संसदीय कार्य मंत्री और शिक्षा मंत्री विजय चौधरी (Vijay Chaudhary) ने केके पाठक को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने केके पाठक को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर नहीं भेजा है, बल्कि उन्होंने सरकार को आवेदन दिया था कि हम केंद्रीय प्रतिनिधि पर जाना चाहते हैं।
"केके पाठक के कहने पर हमने लिया निर्णय"
विजय चौधरी ने कहा कि उनकी इच्छा थी जिस पर सरकार ने अपनी अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया है। सरकार को उन्हें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेजने में कोई भी दिक्कत नहीं थी। हमने सिर्फ उन्हें इस बात का एनओसी दिया है। वहीं, अपराध नियंत्रण कानून को लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा कि जो विपक्ष यह कह रही है कि सारे अधिकार अधिकारियों को दिए गए हैं तो वह यह बताएं कि क्या नेताओं को ये अधिकार दिए जाते हैं। अपराध को रोकने के लिए अधिकारियों को ही अधिकार दिए जाते हैं। बता दें कि गुरुवार को बिहार में अपराध नियंत्रण विधेयक 2024 लागू हो गया है। सदन में सत्ता पक्ष के विधायकों की संख्या अधिक है, इसलिए आराम से यह विधेयक पास हो गया। हालांकि, विपक्ष के विधायकों ने इस विधेयक का विरोध किया।
अपराध नियंत्रण विधेयक 2024 पास होने के बाद बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार राज्य में सक्रिय भूमि, रेत और शराब माफिया को जिम्मेदार ठहराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने जोर दिया कि ये विधेयक आपराधिक तत्वों से सख्ती से निपटने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। बिहार अपराध नियंत्रण विधेयक-2024 के तहत पुलिस को अपराध के साजिशकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करने और उनकी अवैध कमाई को जब्त करने का अधिकार होगा।