Edited By Swati Sharma, Updated: 20 Mar, 2024 10:44 AM
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस (Pashupati Paras) के इस्तीफा देने पर कहा कि पशुपति पारस एनडीए के वफादार सिपाही नहीं थे। सिपाही को जो आदेश मिलता है, वह उसका पालन करता है। लेकिन उन्होंने...
गया(अभिषेक कुमार सिंह): बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस (Pashupati Paras) के इस्तीफा देने पर कहा कि पशुपति पारस एनडीए के वफादार सिपाही नहीं थे। सिपाही को जो आदेश मिलता है, वह उसका पालन करता है। लेकिन उन्होंने एनडीए का आदेश नहीं माना।
"पारस कभी इधर की बात करते थे तो कभी उधर की"
जीतनराम मांझी ने कहा कि वह कभी इधर की बात करते थे तो कभी उधर की। इसलिए हम कह सकतें है कि वे एनडीए के सच्चे सिपाही नहीं थे। मांझी ने गया सीट मिलने पर पीएम मोदी एवं देश के गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया और कहा कि हमें एक भी सीट नहीं मिलता तब भी हम पूरे निष्ठा के साथ भाजपा के साथ रहते। उन्होंने कहा की हमने 1980 में एक बार टिकट मांगा था और टिकट मिला भी था। इसके बाद हमने कभी मंत्री और मुख्यमंत्री का पद नहीं मांगा। इसके बावजूद सब मिला।
"....जहां कहेंगे वहां यह वोट जाएगा"
वही, सीएम नीतीश कुमार द्वारा पार्टी मर्ज कराने की बात पर मांझी ने कहा कि हम सरकार से अलग हो गए। इसके बाद दो दिन बाद भी दिल्ली बुलाया गया। जब विधानसभा में कुछ कहा तो प्रधानमंत्री ने इसे गंभीरता से लिया। दुनिया का लोकप्रिय नेता हमें इतना तरजीह देता है। मांझी ने कहा कि हमारे पास 10 प्रतिशत वोट का दम हैं। जहां कहेंगे वहां यह वोट जाएगा। एनडीए को 40 सीट बिहार में मिले। इसके लिए हम सारा शक्ति लगा देंगे।