Edited By Ramanjot, Updated: 24 Mar, 2024 01:42 PM
मधुबनी के बेनीपट्टी में प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर आपको भाजपा को हराना है तो किसी दल को, किसी नेता व गठबंधन को इन चार मजबूत किले-द्वार में से तीन को तोड़ना पड़ेगा। हमको बिहार को और बिहार की जनता को जिताना है। हमको भाजपा को नहीं हराना है। बिहार में...
पटना (अभिषेक कुमार सिंह): जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने प्रेस वार्ता के दौरान 2024 में बीजेपी को हराने के तीन सूत्री फार्मूलों के बारे में बताया। उन्होंने भाजपा से जुड़े सवाल के जवाब में कहा कि देश के स्तर पर जब लोग पूछते हैं कि जो काम मैं पहले करता था कि भाजपा की जीत क्यों होती है? तो मैं बता दूं कि भाजपा के जीतने के 4 प्रमुख कारण हैं। वो है विचारधारा, जिसको आप हिंदुत्व कहते हैं, दूसरा है नेशनलिज्म (राष्ट्रवाद), तीसरा है लाभार्थी और चौथा है उनकी ऑर्गेनाइजेशनल और फाइनेंशियल ताकत।
"हमें बिहार की जनता को जिताना है, भाजपा को नहीं हराना"
मधुबनी के बेनीपट्टी में प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर आपको भाजपा को हराना है तो किसी दल को, किसी नेता व गठबंधन को इन चार मजबूत किले-द्वार में से तीन को तोड़ना पड़ेगा। हमको बिहार को और बिहार की जनता को जिताना है। हमको भाजपा को नहीं हराना है। बिहार में भाजपा जीती भी है और हारी भी है। बिहार की जनता की स्थिति तो नहीं बदली। बिहार में लालू-नीतीश जीते भी हैं और हारे भी हैं। कांग्रेस जीती भी है और हारी भी है। हम लोगों ने यूपीए की सरकार देखी और 10 सालों तक एनडीए की सरकार भी देखी। इसके बावजूद बिहार से पलायन तो नहीं रुका, यहां से गरीबी तो नहीं मिटी।
"जब तक जड़ को नहीं सुधारिएगा तब तक विकास संभव नहीं"
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि आपने 40 वर्षों तक कांग्रेस का भी राज देखा, भाजपा, नीतीश और लालू का भी राज देख रहे हैं। इसके बावजूद स्थिति तो नहीं सुधरी। जब तक आप समस्या के मूल को नहीं समझिएगा, जड़ को नहीं सुधारिएगा तब तक विकास संभव नहीं है। प्रशांत किशोर ने कहा कि जड़ में यहां के लोगों की वो प्रवृत्ति है, जहां आप 5 सालों तक अपनी समस्याओं से जूझते हैं, लड़ते हैं, गाते हैं, परेशान रहते हैं, लेकिन जिस दिन वोट देने जाते हैं उस दिन सारी समस्याओं को भूलकर जाति-धर्म के नाम पर, लालू के डर से भाजपा को और भाजपा के डर से लालू को वोट करते हैं। इसलिए आपकी समस्या सुलझती नहीं है।