JDU के साथ दरार बढ़ने पर बोले रामविलास पासवान- चिराग के फैसले के साथ मजबूती से खड़ा हूं

Edited By Nitika, Updated: 11 Sep, 2020 05:50 PM

statement of ram vilas paswan

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए में जदयू के साथ दरार बढ़ने पर लोजपा के संस्थापक राम विलास पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान इस विषय में जो कुछ फैसला लेंगे, उसमें वह उनके साथ मजबूती से खड़े हैं।

नई दिल्ली/पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए में जदयू के साथ दरार बढ़ने पर लोजपा के संस्थापक राम विलास पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान इस विषय में जो कुछ फैसला लेंगे, उसमें वह उनके साथ मजबूती से खड़े हैं।

केंद्रीय मंत्री ने सिलसिलेवार ट्वीट में इस बात का भी खुलासा किया कि वह एक बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती हैं और उनका उपचार चल रहा है। हालांकि, उन्होंने अपनी बीमारी के बारे में नहीं बताया। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के समय खाद्य मंत्री के रूप में निरंतर अपनी सेवा देश को दी और हर सम्भव प्रयास किया कि सभी जगह खाद्य सामग्री समय पर पहुंच सके। इसी दौरान तबियत ख़राब होने लगी, लेकिन काम में कोई ढिलाई ना हो, इस वजह से अस्पताल नहीं गया।

लोजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि चिराग के कहने पर वह अस्पताल गए और अस्पताल शुरू कराया। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि इस समय मेरा बेटा चिराग मेरे साथ है और मेरी हर सम्भव सेवा कर रहा है। मेरा ख्याल रखने के साथ साथ पार्टी के प्रति भी अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहा है। राजनीतिक रूप से एक महत्वपूर्ण बयान में उन्होंने यह भी संकेत दिया कि वह बिहार विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन और सीटों की साझेदारी पर चिराग के फैसले के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि अपनी युवा सोच से चिराग पार्टी व बिहार को नयी ऊंचाइयों तक ले जाएंगे। चिराग के हर फैसले के साथ मैं मजबूती से खड़ा हूं। मुझे आशा है कि मैं पूर्ण स्वस्थ होकर जल्द ही अपनों के बीच आऊंगा। बता दें कि लोजपा ने पासवान को इस बारे में फैसला लेने के लिए अधिकृत किया था कि क्या पार्टी विधानसभा चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीत जदयू के खिलाफ चुनाव लड़ेगी।

दरअसल, लोजपा ने 143 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की सूची तैयार करने का भी फैसला किया है। इस साल मार्च की शुरूआत में चिराग ने नीतीश नीत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए ‘बिहार पहले, बिहारी पहले' अभियान शुरू किया था। इसके बाद के महीनों में दोनों पार्टियों के बीच संबंधों में उस वक्त और खटास बढ़ गई, जब लोजपा प्रमुख ने कोरोना से निपटने के नीतीश सरकार के तरीके, लॉकडाउन के कारण पैदा हुए प्रवासी संकट और अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव समय पर करवाए जाने के लिए जोर देने को लेकर राज्य की जदयू सरकार की आलोचना की। दलित नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के साथ हाथ मिलाने के नीतीश के फैसले ने दोनों दलों के बीच संबंधों को और अधिक तल्ख कर दिया।

उल्लेखनीय है कि लोजपा की आलोचना करने का मांझी का इतिहास रहा है। चिराग ने एक ओर जहां नीतीश पर निशाना साधा, वहीं दूसरी ओर गठबंधन के साझेदार दल भाजपा पर हमला बोलने से बचने के लिए पूरी सावधानी बरती तथा उस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना भी की।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!