Edited By Ramanjot, Updated: 11 Mar, 2024 10:37 AM
विजय चौधरी ने विष्णुपद मंदिर के समीप स्थित फल्गु नदी में बने रबर डैंम का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अमित शाह ने कोई गलत बात नहीं कही है। जमीन के बदले नौकरी देना समेत कई मामले पहले से न्यायालय में चल रहा है। अगर उन्होंने कहा...
गया: बिहार के शिक्षा मंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भू-माफियाओं के खिलाफ कड़े तेवर के बाद कहा कि राज्य सरकार केंद्र की मदद से इन तत्वों के खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई करेगी।
"अमित शाह ने कोई गलत बात नहीं कही"
विजय चौधरी ने विष्णुपद मंदिर के समीप स्थित फल्गु नदी में बने रबर डैंम का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अमित शाह ने कोई गलत बात नहीं कही है। जमीन के बदले नौकरी देना समेत कई मामले पहले से न्यायालय में चल रहा है। अगर उन्होंने कहा तो क्या गलत किया है, जो सही है वही उन्होंने बोला है। मंत्री ने कहा कि बिहार सरकार केंद्र की मदद से माफियाओं पर और भी कड़ी कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं। ऐसे तत्वों के खिलाफ बिहार सरकार हमेशा कार्रवाई करती है।
"राज्यभवन और शिक्षा विभाग के बीच कोई टकराव नहीं"
चौधरी ने एक सवाल के जबाब में कहा कि बिहार में राज्यभवन और राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के बीच कोई टकराव नहीं है। दोनों ही मिलकर बिहार में शिक्षा को सुधारने के लिए काम कर रहे हैं। यही वजह है कि आज बिहार शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। मंत्री ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू यादव के नजदीकी सुभाष यादव पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई पर कहा कि ईडी किसी को बेवजह परेशान नहीं करती है। ईडी के पास कोई आरोप या शिकायत मिलता है, तब वह अपना काम करती है और कर भी रही है। नियोजक शिक्षकों की मांग पर उन्होंने ने कहा कि उन लोगों को अब विरोध बंद कर देना चाहिए, क्योंकि उनकी मांगों पर राज्य सरकार काम कर रही है।
गौरतलब है कि अमित शाह ने पालीगंज जनसभा में कहा था कि लालू प्रसाद यादव और उनकी पार्टी के लोगों ने बिहार के गरीबों की जमीन पर कब्जा किया है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि ऐसे भू-माफिया सुधर जाएं, नही तो यहां की डबल इंजन सरकार है उन्हें उल्टा लटकाकर सीधा कर देगी।