Edited By Ramanjot, Updated: 23 Oct, 2020 01:03 PM
बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) में महागठबंधन के घटक भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य (Dipankar Bhattacharya) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को थका-हारा...
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) में महागठबंधन के घटक भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य (Dipankar Bhattacharya) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को थका-हारा नेता बताया और कहा कि यदि वह सोच रहे हैं कि अवसर का लोभ देकर युवाओं को आगे आने से रोक देंगे तो इस बार ऐसा नहीं होगा।
भट्टाचार्य ने गुरुवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आज बिहार कठिन दौर से गुजर रहा है। लोगों को लॉकडाउन की मार झेलनी पड़ी। बेरोजगारी चरम पर है लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि बिहार में समुद्र ही नहीं तो औद्योगिक विकास कहां से होगा। इससे अताकिर्क बात और क्या हो सकती है। प्रवासी मजदूरों से ही पूछ लीजिए हरियाणा-पंजाब का विकास कैसे हुआ, जहां समुद्र नहीं है।
भाकपा-माले महासचिव ने कहा कि नीतीश कुमार थके-हारे नेता है। बिहार की राजनीति में एक पीढ़ी शिफ्ट हो रही है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अध्यक्ष लालू यादव (Lalu Yadav) जेल में हैं। लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के संस्थापक रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) का निधन हो गया। लेकिन, जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार सोच रहे हैं कि अवसर का लोभ देकर युवाओं को आगे आने से रोके देंगे तो इस बार ऐसा नहीं होने वाला है।