Edited By Ramanjot, Updated: 14 Oct, 2021 12:20 PM
दरअसल, पटना के न्यू सचिवालय के पास स्थित नौलखा मंदिर में अनोखी भक्ति करने बाबा नागेश्वर हैं जो कि मूल रुप से दरभंगा जिले के कुशेश्वर इलाके के रहने वाले हैं। बाबा नागेश्वर छाती पर 21 कलश लिए पूरे नौ दिन तक जमीन पर लेट कर मां की आराधना करते हैं। वह...
पटनाः नवरात्रि के दिनों में देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है। भक्त मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए उनके आराधना करते हैं। कई लोग पूरे नौ दिन तक उपवास रखते हैं। इसी बीच राजधानी पटना में एक भक्त की अनूठी भक्ति देखने को मिली है, जो नवरात्रों के दौरान 9 दिनों तक अपने सीने पर 21 कलश रख कर माता की पूजा करते हैं। वहीं लोग मंदिर में इस भक्त के दर्शन करने आते हैं।
बड़े-बड़े लोग छूते हैं बाबा के पैर
दरअसल, पटना के न्यू सचिवालय के पास स्थित नौलखा मंदिर में अनोखी भक्ति करने बाबा नागेश्वर हैं जो कि मूल रुप से दरभंगा जिले के कुशेश्वर इलाके के रहने वाले हैं। बाबा नागेश्वर छाती पर 21 कलश लिए पूरे नौ दिन तक जमीन पर लेट कर मां की आराधना करते हैं। वह पिछले 25 साल से ऐसा कर रहे हैं। बाबा नागेश्वर नवरात्र शुरू होने के 2 दिन पहले ही खाना-पानी छोड़ देते हैं। अपनी भक्ति करने के तरीके से अब वह श्रद्धा का केंद्र बने गए हैं। बड़े-बड़े लोग बाबा नागेश्वर के पैर छूने के लिए मंदिर में आते हैं।
वर्ष 1996 से स्थापित कर रहे कलश
बाबा नागेश्वर बताते हैं कि उन्होंने 25 साल पहले छाती पर 7 कलश रखकर नवरात्र का उपवास शुरू किया था। वह पिछले कई सालों से केवल एक वक्त का खाना खा रहे हैं, ताकि उपवास रखने में परेशानी न हो। बाबा नागेश्वर वर्ष 1996 से इस तरह से कलश स्थापित कर रहे हैं।