Edited By Ramanjot, Updated: 23 Sep, 2021 01:11 PM
दरअसल, जीतन राम मांझी ने मंगलवार को बयान दे दिया कि राम का चरित्र काल्पनिक है। उन्होंने कहा, ‘‘भगवान श्रीराम कोई जीवित या महापुरुष व्यक्ति थे, ये मैं नहीं मानता लेकिन उनकी कहानी प्रेरक जरूर है। रामायण में जो बातें बताई गई हैं वो सीखने वाली हैं।''''...
पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के प्रमुख जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने भगवान राम और रामायण को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने रामायण में श्रीराम राम के चरित्र को काल्पनिक बताया है। वहीं अपने इस बयान को लेकर मांझी भाजपा नेताओं की रडार पर आ गए हैं। हालांकि वरिष्ठ नेता चुप्पी साधे हुए हैं।
"राम का चरित्र काल्पनिक"
दरअसल, जीतन राम मांझी ने मंगलवार को बयान दे दिया कि राम का चरित्र काल्पनिक है। उन्होंने कहा, ‘‘भगवान श्रीराम कोई जीवित या महापुरुष व्यक्ति थे, ये मैं नहीं मानता लेकिन उनकी कहानी प्रेरक जरूर है। रामायण में जो बातें बताई गई हैं वो सीखने वाली हैं।'' हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि रामायण को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए, ताकि लोग इससे शिक्षा ले सकें।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ सहज दिखे मांझी
भगवान राम (Lord Ram) को काल्पनिक चरित्र बताने के बाद से मांझी भाजपा (BJP) की दूसरी पंक्ति के नेताओं के निशाने पर हैं लेकिन वह राजग (NDA) की ओर से बिहार विधान परिषद की एक सीट के उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाई गई जदयू (JDU) के दिवंगत विधान पार्षद तनवीर अख्तर की पत्नी रोजीना अख्तर के नामांकन दाखिल करते समय वह भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ काफी सहज दिख रहे थे। उनके साथ दोनों उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी के अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल भी मौजूद थे । गठबंधन की राजनीति की मजबूरी ही है कि अक्सर हर मुद्दे पर खुलकर बोलने वाले पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने भी इस मुद्दे पर चुप रहना ही बेहतर समझा।