Edited By Ramanjot, Updated: 03 Dec, 2021 12:14 PM
रिपोर्ट में कहा गया है कि बिहार को वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान वित्त वर्ष 2008-09 के बाद पहली बार 1784 करोड़ रुपए का राजस्व घाटा हुआ है। आलोच्य वित्त वर्ष के दौरान राज्य का राजकोषीय घाटा 14724 करोड़ रुपए पर पहुंच गया, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की तुलना...
पटनाः बिहार को वित्त वर्ष 2019-20 में पहली बार 1784 करोड़ रुपए का राजस्व घाटा हुआ है। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान गुरुवार को सदन में 31 मार्च 2020 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए राज्य वित्त पर नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक की रिपोर्ट पेश की गई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बिहार को वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान वित्त वर्ष 2008-09 के बाद पहली बार 1784 करोड़ रुपए का राजस्व घाटा हुआ है। आलोच्य वित्त वर्ष के दौरान राज्य का राजकोषीय घाटा 14724 करोड़ रुपए पर पहुंच गया, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 6.64 प्रतिशत अधिक है। इस दौरान राज्य का प्राथमिक घाटा वित्त वर्ष 2018-19 के 3736 करोड़ रुपए से मामूली रूप से घटकर 3733 करोड़ रुपए पर आ गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में पिछले वर्ष की तुलना में वर्ष 2019-20 के दौरान राजस्व प्राप्तियों में 7561 करोड़ यानी 5.74 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई, जो बजट आकलन से 29.71 प्रतिशत कम है। वहीं, आलोच्य वित्त वर्ष में राजस्व व्यय में 1120 करोड़ रुपए यानी 0.90 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो बजट आकलन से 18.82 प्रतिशत कम था