Edited By Swati Sharma, Updated: 29 Feb, 2024 04:31 PM
राजद एमएलसी सुनील सिंह (Sunil Singh) ने कृषि रोड मैप पर विधान परिषद में सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि कृषि रोड मैप देश का सबसे बड़ा स्कैम है। इस रोड मैप का नाम है कृषि, लेकिन कृषि के क्षेत्र में मात्र 27 से 30% फंड एलोकेशन है, बाकी दूसरे विभाग...
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): राजद एमएलसी सुनील सिंह (Sunil Singh) ने कृषि रोड मैप पर विधान परिषद में सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि कृषि रोड मैप देश का सबसे बड़ा स्कैम है। इस रोड मैप का नाम है कृषि, लेकिन कृषि के क्षेत्र में मात्र 27 से 30% फंड एलोकेशन है, बाकी दूसरे विभाग में है। कोई निबंध में है और कोई ग्रामीण कार्य में है, विभिन्न विभागों में उसका लोकेशन है। बिहार एक ऐसा दुर्लभ प्रदेश है।
"लगातार फसलों का घटता जा रहा उत्पादन"
राजद एमएलसी ने कहा कि ये लोग कहते हैं कि हम लोग किसानों के परोपकारी हैं। किसानों के हित के लिए काम करते हैं, लेकिन देश में कृषि में सबसे कम बजट बिहार का है। दो लाख 78 हज़ार करोड़ का बजट है। उसमें मात्र 3% बजट कृषि के लिए दिया गया है। अन्य प्रदेशों के तरह आप किसानों को सब्सिडरी नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अन्य प्रदेशों की तरह आपको धान पर बोनस देना चाहिए। गेहूं के खरीदारी में भी आपको बोनस देना चाहिए। डेढ़ लाख करोड़ रुपए कृषि रोड मैप के नाम पर खर्च करने के बावजूद भी लगातार फसलों का उत्पादन घटता जा रहा है।
"मुख्यमंत्री निश्चित रूप से स्वाभिमानी हैं"
वहीं, सुनील सिंह ने सम्राट चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा कि आपने अभी तक मुरेठा नहीं खोला। मुख्यमंत्री निश्चित रूप से स्वाभिमानी हैं। उन्होंने कहा कि हमको डर है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विदेश ले जाकर ये लोग गलत दवाई देने की साजिश न कर रहे हो।