Edited By Ramanjot, Updated: 11 Jun, 2021 04:15 PM
दरअसल, 6 जून को बिहार विधान परिषद् की 34 समितियों के पुनर्गठन का पत्र जारी किया गया था, जिसमें संजय पासवान को अनुसूचित जाति एवं जनजाति समिति के अध्यक्ष बनाया गया था। संजय पासवान ने अपने साथ जातिगत भेदभाव का आरोप लगाते हुए इस पद से इस्तीफा दे दिया है।
पटनाः महज 6 दिन पहले ही अनुसूचित जाति एवं जनजाति समिति के अध्यक्ष बने भाजपा एमएलसी संजय पासवान ने समिति से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने साथ जातिगत भेदभाव का आरोप लगाया है।
दरअसल, 6 जून को बिहार विधान परिषद् की 34 समितियों के पुनर्गठन का पत्र जारी किया गया था, जिसमें संजय पासवान को अनुसूचित जाति एवं जनजाति समिति के अध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद बिहार विधान परिषद में कार्यकारी सभापति अवेधश नारायण सिंह ने समितियों के कार्य को लेकर नवगठित समितियों के अध्यक्ष व संयोजकों के साथ बैठक की थी। इस दौरान भाजपा एमएलसी संजय पासवान ने कार्यकारी सभापति को अपना इस्तीफा सौंपा और बैठक छोड़कर बाहर चले गए।
वहीं संजय पासवान ने अपने साथ जातिगत भेदभाव का आरोप लगाते हुए नाराजगी जाहिर की है। संजय पासवान का कहना है कि उनकी सलाह के बिना उन्हें अनुसूचित जाति एवं जनजाति समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के नेताओं को मुख्यधारा में आने से रोका जा रहा है। दरअसल, संजय पासवान को अनुसूचित जाति का अध्यक्ष बनाने का फैसला उनकी पार्टी द्वारा लिया गया, जिससे वह नाखुश हैं।