Edited By Nitika, Updated: 15 Mar, 2021 02:43 PM
बिहार में रविवार को उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी रालोसपा का नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में विलय कर लिया है। इसके बाद पत्नी को एमएलसी और मंत्री बनाए जाने की चर्चा पर कुशवाहा ने अपना स्टैंड साफ कर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है।
पटनाः बिहार में रविवार को उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी रालोसपा का नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में विलय कर लिया है। इसके बाद पत्नी को एमएलसी और मंत्री बनाए जाने की चर्चा पर कुशवाहा ने अपना स्टैंड साफ कर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है।
दरअसल, रालोसपा का जदयू में विलय होने के बाद से विपक्ष के द्वारा लगातार कुशवाहा पर हमला बोला जा रहा है। साथ ही विपक्ष कुशवाहा को अवसरवादी और गिरगिट की तरह रंग बदलने वाला कह रहा है। इतना ही नहीं विपक्ष का कहना है कि कुशवाहा ने अपनी पत्नी को विधान पार्षद और बिहार सरकार में मंत्री बनवाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ सौदेबाजी की है। वहीं उपेंद्र कुशवाहा पर कांग्रेस नेता भी निशाना साध रहे हैं। कांग्रेस ने कहा कि कुशवाहा अधिक दिनों तक जदयू में टिकने वाले नहीं हैं। वे पहले की तरह ही फिर जदयू से बाहर आएंगे।
बता दें कि राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा वक्त के साथ रंग बदलते हैं। राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने भी ऐसी ही बात कही है। उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा अब भरोसा खोते जा रहे हैं।