Edited By Nitika, Updated: 28 Feb, 2024 08:58 AM
बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के बाद अब शहरी इलाके के भी गरीब परिवार को स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा और इसके लिए सर्वे का काम चल रहा है।
पटनाः बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के बाद अब शहरी इलाके के भी गरीब परिवार को स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा और इसके लिए सर्वे का काम चल रहा है।
श्रवण कुमार ने विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2023-24 के तृतीय अनुपूरक बजट पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि राज्य सरकार बिहार में गरीब परिवारों की महिलाओं की स्थिति में सुधार के लिए हर तरह के प्रयास कर रही है। एसएचजी से जुड़ीं जीविका दीदियां को अपना उद्यम शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में 10 लाख 47000 से ज्यादा स्वयं सहायता समूह का गठन हो चुका है। इसमें 1.30 करोड़ परिवार को शामिल किया गया है। यह ग्रामीण क्षेत्र का आंकड़ा है अब तो शहरी क्षेत्र में भी जीविका का काम शुरु किया जा रहा है। इसके लिए सर्वेक्षण का काम हो रहा है। शहरी क्षेत्र में गरीब, असहाय, निर्धन, बेसहारा परिवारों को चिह्नित करने के बाद जीविका समूह में शामिल कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम किया जाएगा।
वहीं ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि सरकार ने राज्य में शराब और ताड़ी बेचकर परिवार का भरण पोषण करने वालों को चिह्नित कर उन्हें वैकल्पिक रोजगार के लिए प्रोत्साहित किया। राज्य में ऐसे परिवारों की संख्या एक लाख 84 हजार से भी ज्यादा है, उन्हें वैकल्पिक रोजगार के लिए तैयार किया। इसके लिए तकनीकी सपोर्ट और आर्थिक सहायता देकर उन्हें रोजगार का अवसर प्रदान किया गया।