Edited By Ramanjot, Updated: 03 Aug, 2021 01:53 PM
दरअसल, पटना के चारों तरफ पांच नदियां बहती हैं। इनमें 4 नदियों गंगा, पुनपुन, दरधा और कररुआ का जलस्तर सोमवार देर रात लाल निशान पार कर गया। सोन नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है और कुछ घाटों पर नदी खतरे के निशान को पार कर जाएगी। वहीं पुनपुन नदी का...
पटनाः बिहार में मानसून फिर से एक्टिव हो गया है। राज्य के कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश के कारण चार नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इसके चलते राजधानी पटना में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
दरअसल, पटना के चारों तरफ पांच नदियां बहती हैं। इनमें 4 नदियों गंगा, पुनपुन, दरधा और कररुआ का जलस्तर सोमवार देर रात लाल निशान पार कर गया। सोन नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है और कुछ घाटों पर नदी खतरे के निशान को पार कर जाएगी। वहीं पुनपुन नदी का जलस्तर 24 घंटे में 2.16 मीटर बढ़ गया, जबकि दरधा नदी का जलस्तर 1.70 मीटर तक बढ़ गया।
अगर बात करें गंगा नदी की तो पटना के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। पटना के गांधी घाट पर गंगा खतरे के निशान से लगभग 9 मीटर ऊपर बह रही है। वहीं बरहवा घाट पूरी तरह उफनती गंगा में डूब चुका है। इसी तरह दीघा में नदी खतरे के निशान से 95 सेमी नीचे रह गई है। इन नदियों में बढ़ते जलस्तर के कारण पटना के निचले इलाके में तेजी से पानी फैलने लगा है। दियारा के सभी 11 पंचायतों के लोगों को अब बाढ़ का डर सताने लगा है।
जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित जल संसाधन विभाग की पूरी टीम को अलर्ट मोड पर कर दिया है। प्रशासन बांधों के ऊपर बह रहे पानी को कंट्रोल करने के लिए रेत से भरी बोरियां लगा रहा है।