Edited By Diksha kanojia, Updated: 14 Nov, 2020 08:54 AM
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बाल पत्रकारों के समक्ष चुनौती आसान नहीं है और इसे आसान बनाने के लिए हमें मिलकर प्रयास करना होगा। सोरेन ने बाल पत्रकारों से बातचीत करने के क्रम में कहा कि लॉकडाउन में लोगों के साथ-साथ बच्चों को भी समस्याओं...
रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बाल पत्रकारों के समक्ष चुनौती आसान नहीं है और इसे आसान बनाने के लिए हमें मिलकर प्रयास करना होगा। सोरेन ने बाल पत्रकारों से बातचीत करने के क्रम में कहा कि लॉकडाउन में लोगों के साथ-साथ बच्चों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इन समस्याओं के समाधान के लिए लगातार चिंतन मंथन हो रहा है। बच्चों के पाठ्यक्रम में कटौती की गई है। समय बदल रहा है। अब शिक्षा का महत्व है। इसलिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से बच्चे आच्छादित हों। इस दिशा में सरकार कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की बेटियों की शिक्षा को लेकर सरकार संवेदनशील है। अगर एक बेटी शिक्षित होती है तो आने वाली पीढ़ी भी स्वाभाविक रूप से सशक्त होगी।
सीएम ने कहा कि बाल पत्रकारों का प्रयास सराहनीय है। बच्चों के पाठ्यक्रम में बाल विवाह, बाल श्रम कानून से संबंधित जानकारी भी होनी चाहिए ताकि बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावक भी कानूनों के संबंध में जान सकें। कई अभिभावक गरीबी की वजह से बच्चों को बेच देते हैं। यह दु:खद है।