Edited By Diksha kanojia, Updated: 01 Dec, 2021 03:23 PM
राज्य के इतिहास में ऐसा प्रथम बार है जब किसी राज्यपाल ने इतने सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में भी जाकर विवाह समारोह में सम्मिलित होकर अपना आशीर्वाद प्रदान किया।
रांचीः झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने मंगलवार को सड़क मार्ग से रामगढ़ जिलान्तर्गत गोला प्रखंड के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र नेमरा जाकर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की बहन आशा सोरेन के वैवाहिक समारोह में भाग लेकर वर-वधु को सुखद दाम्पत्य जीवन के लिए शुभकामनाएं दी। राज्य के इतिहास में ऐसा प्रथम बार है जब किसी राज्यपाल ने इतने सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में भी जाकर विवाह समारोह में सम्मिलित होकर अपना आशीर्वाद प्रदान किया।
राज्यपाल ने वहां मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन, माता रूपी सोरेन, उनके पिता व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन, उनके बच्चों, रिश्तेदारों एवं ग्रामीणों से भेंट कर विस्तृत बातचीत की, उनके कुशलक्षेम की जानकारी ली। इस अवसर पर राज्यपाल को मुख्यमंत्री सोरेन ने अपने गॉंव के संदर्भ में तथा वहाँ बिताये हुए बचपन के दिनों के बारे में अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पिता शिबू सोरेन का संघर्ष उन दिनों वहां से शुरू हुआ जब वहां सड़कें नहीं थीं, केवल जंगल ही थे, बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव था।
राज्यपाल को मुख्यमंत्री ने आसपास के पहाड़ियों एवं ग्रामों के बारे में अवगत कराया। राज्यपाल ने इस अवसर पर वहां की गतिविधियों की जानकारी लेते हुए मुख्यमंत्री से कहा कि वह भी एक किसान होने के नाते अपना अधिकांश समय गांव में व्यतीत करते हैं जहाँ उनका खेत है। राज्यपाल को देखकर ग्रामवासी बहुत उत्साहित थे, विशेषकर ग्रामीण महिलाएं एवं बच्चे उनसे मिलकर बहुत खुश थे।
राज्यपाल ने ग्रामीणों से व्यापक संवाद स्थापित किया। राज्यपाल को ग्रामीण अपने मध्य सहज भाव से 'जनता के राज्यपाल' के रूप में मौजूदगी प्राप्त करने पर अत्यन्त ही प्रसन्न थे। उन्होंने विभिन्न मानसिक व मनोवैज्ञानिक धारणाओं के विपरीत आम आदमी की भांति ग्रामीणों के मध्य समय व्यतीत किया तथा उनके गांव की सौंदर्यता की सराहना की।