Edited By Diksha kanojia, Updated: 15 Jun, 2021 08:55 PM
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे ने मंगलवार को कहा कि भाजपा नेता पहले केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम भारतीय खाद्य निगम के पास झारखंड सरकार के बकाया 180 करोड़ रुपए के अविलंब भुगतान के लिए दबाव बनाए ताकि किसानों का बकाया दिया जा सके। राज्य के वित्त...
रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं एवं कार्यकर्त्ताओं को खेत और टांड़ में धरना देने की जगह मॉनसून के दौरान किसानों को खेती-किसानी में सहयोग करने की सलाह दी है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे ने मंगलवार को कहा कि भाजपा नेता पहले केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम भारतीय खाद्य निगम के पास झारखंड सरकार के बकाया 180 करोड़ रुपए के अविलंब भुगतान के लिए दबाव बनाए ताकि किसानों का बकाया दिया जा सके। राज्य के वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने किसानों के बकाया भुगतान के लिए 200 करोड़ रुपए लोन लेकर देने का काम किया है, वहीं एफसीआई ने पलामू, गढ़वा और चतरा में धान खरीद की जिम्मेवारी ली थी, लेकिन इस केंद्रीय लोक उपक्रम के लापरवाह रवैये के कारण इलाके में किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है और किसानों का धान बर्बाद हो गया।
दुबे ने भाजपा नेताओं को सलाह दी कि खनन रॉयल्टी को लेकर केंद्र सरकार की सार्वजनिक कंपनियों के पास राज्य सरकार के बकाया 65 हजार करोड़ रुपए, पानी का बकाया 9000 करोड़ और जीएसटी क्षतिपूर्ति का बकाया 1516 करोड़ रुपए का तुरंत भुगतान करने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने का काम करें जो ये कर नही सकते। किसानों के लिए आन्दोलन की बात इनके मुंह से शोभा नहीं देती है। प्रवक्ता ने कहा कि तीन नये काले कृषि कानून के खिलाफ देशभर के किसान आंदोलनरत है। इस आंदोलन के क्रम में सैकड़ों लोगों की जान चली जा चुकी है, लेकिन केंद्र सरकार के अड़ियल रवैये के कारण आंदोलन जारी है, भाजपा नेता पहले आंदोलनरत किसानों के समर्थन में जाकर धरना प्रदर्शन करें।