Edited By Ramanjot, Updated: 07 May, 2024 06:56 PM
जद (यू) प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि इस तरह का बयान सामाजिक और शैक्षिक पिछड़ेपन के आधार पर आरक्षण का लाभ ले रहे पिछड़े वर्गों के खिलाफ साजिश के समान है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रसाद का बयान निंदनीय है।'' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है...
नई दिल्ली/पटनाः मुसलमानों को आरक्षण देने के पक्ष में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अध्यक्ष लालू यादव (Lalu Yadav) के बयान की आलोचना करते हुए जनता दल (यूनाइटेड) ने मंगलवार को कहा कि उनका रुख संविधान की मूल भावना के साथ-साथ मंडल आयोग की रिपोर्ट का भी उल्लंघन है।
"लालू प्रसाद का बयान निंदनीय"
जद (यू) प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि इस तरह का बयान सामाजिक और शैक्षिक पिछड़ेपन के आधार पर आरक्षण का लाभ ले रहे पिछड़े वर्गों के खिलाफ साजिश के समान है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रसाद का बयान निंदनीय है।'' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री प्रसाद जैसे शख्स जो मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू करने के लिए आंदोलन का हिस्सा रहे, ऐसा बयान दे रहे हैं।
"आरक्षण का लाभ देने के लिए धर्म मानदंड नहीं हो सकता"
त्यागी ने कहा कि आयोग ने हिंदुओं के साथ-साथ मुसलमानों के सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण की सिफारिश की थी। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि आरक्षण का लाभ देने के लिए धर्म कभी भी मानदंड नहीं हो सकता। प्रसाद ने पटना में संवाददाताओं से कहा कि वह मुसलमानों को आरक्षण का लाभ देने के पक्ष में हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संविधान को खत्म कर आरक्षण भी समाप्त करना चाहती है।