Edited By Ramanjot, Updated: 20 Apr, 2024 12:44 PM
बिहार की बेगूसराय, दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर और मुंगेर लोकसभा सीट पर चौथे चरण में 13 मई को मतदान होगा। सिंह ने नामांकन पत्र के साथ निर्वाचन अधिकारी के समक्ष दाखिल हलफनामे में घोषणा की है कि उनके पास 2.09 करोड़ रुपए की चल संपत्ति और 8.07 करोड़...
पटना: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) के पास 10.16 करोड़ रुपए की चल और अचल संपत्ति है जबकि उनकी पत्नी के पास 4.15 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति है। गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) उम्मीदवार के रूप में बेगूसराय संसदीय सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
बिहार की बेगूसराय, दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर और मुंगेर लोकसभा सीट पर चौथे चरण में 13 मई को मतदान होगा। सिंह ने नामांकन पत्र के साथ निर्वाचन अधिकारी के समक्ष दाखिल हलफनामे में घोषणा की है कि उनके पास 2.09 करोड़ रुपए की चल संपत्ति और 8.07 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है। सिंह की पत्नी के पास 1.25 करोड़ रुपए की चल संपत्ति और 2.90 करोड़ रुपए अचल संपत्ति है। हलफनामे के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री के पास 1.96 लाख रुपए नकद हैं जबकि उनकी पत्नी के पास 1.46 लाख रुपए नकद हैं। सिंह के पास जो चल संपत्ति है, उनमें उनके दो बैंक खातों में जमा राशि और 1.10 लाख रुपए के सोने के आभूषण शामिल हैं। उनकी पत्नी के पास जो चल संपत्ति है, उनमें छह बैंक खातों में जमा राशि, 7.5 लाख रुपए के सोने और चांदी के आभूषण शामिल हैं। हलफनामे के अनुसार, सिंह की अचल संपत्ति में उनकी पैतृक संपत्ति भी शामिल है।
हलफनामे में वर्ष 2023-2024 के लिए उनकी आय 16,61,990 रुपए दिखाई गई है। सिंह का मुकाबला भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के उम्मीदवार अवधेश राय से है, जो महागठबंधन के उम्मीदवार हैं। भाजपा नेता ने 2019 में जवाहरलाल नेहरू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को चार लाख से अधिक मतों के अंतर से हराया था। कुमार ने भाकपा के टिकट पर पिछला लोकसभा चुनाव लड़ा था। वह इस बार कांग्रेस के टिकट पर राष्ट्रीय राजधानी की उत्तर पूर्वी दिल्ली संसदीय सीट से मैदान में हैं। सिंह ने 2005 से 2010 तक बिहार सरकार में सहकारिता मंत्री और 2010 से 2013 तक पशुपालन मंत्री के रूप में सेवाएं दीं। वह मई 2019 में केंद्रीय पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन मंत्रालय में कैबिनेट मंत्री बने। जुलाई 2021 में वह केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री बने।