Edited By Swati Sharma, Updated: 14 Mar, 2024 04:27 PM
जदयू नेता नीरज कुमार (Neeraj Kumar) ने एक बार फिर पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव अगर अपने 17 महीने 17 दिन के शासनकाल के दौरान राज्य में लाखों नियुक्तियों...
पटना(संजीव कुमार): जदयू नेता नीरज कुमार (Neeraj Kumar) ने एक बार फिर पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव अगर अपने 17 महीने 17 दिन के शासनकाल के दौरान राज्य में लाखों नियुक्तियों का झूठा क्रेडिट ले रहे हैं, तो उन्हें साल 2017 के 20 महीने 6 दिन के आरजेडी शासनकाल को भी याद करना चाहिए और जनता को ये बताना चाहिए कि आखिर भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता क्यों दिखा दिया था।
"युवाओं को नौकरी देने का दावा करने वाले तेजस्वी...."
जदयू नेता ने कहा कि युवाओं को नौकरी देने का दावा करने वाले तेजस्वी यादव को साल 2015 से साल 2017 के दौरान नीतीश कुमार सरकार में अपना 20 महीने का शासनकाल याद नहीं आया, जब उस दौरान सरकार में काम करने की बजाए अपने परिवार के भ्रष्टाचार को दबाने में लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव लगे रहते थे। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को उस 20 महीने 6 दिन के शासनकाल का भी ब्यौरा भी जनता को देना चाहिए और बताना चाहिए कि किस तरह वो और उनके पिता भ्रष्टाचार की लीपापोती करना चाह रहे थे।
नीरज कुमार ने तेजस्वी के दावों पर साधा निशाना
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के दावों पर निशाना साधते हुए नीरज कुमार ने कहा कि ये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘सात निश्चय पार्ट टू’ योजना का ही परिणाम है कि आज बिहार में अलग-अलग विभागों में लाखों युवाओं को नौकरियां मिल रही हैं और हजारों युवाओं को नौकरी देने की प्रक्रिया जारी है। आरजेडी नेता से सवाल पूछते हुए उन्होंने कहा कि अगर उन्हें युवाओं को नौकरी देने की इतनी ही फिक्र थी तो साल 2015 से लेकर साल 2017 तक राज्य सरकार में शामिल रहे तेजस्वी यादव को उस दौरान युवाओं को नौकरी देने की बात क्यों याद नहीं आ रही थी?
"मुख्यमंत्री की दूरदर्शी सोच का ही नतीजा है कि..."
नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव को 17 महीने 17 दिनों के शासनकाल के दावे और आंकड़े तो याद हैं, लेकिन साथ ही उनको ये भी बताना चाहिए कि उनके पिता और माता के शासनकाल में युवाओं को कितनी नौकरियां और रोजगार मिला? उन्होंने कहा कि आज ये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शी सोच का ही नतीजा है कि राज्य में युवाओं को बड़े पैमाने पर नौकरी मिल रही है और उनके चेहरों पर खुशियां छाई हैं।