Edited By Ramanjot, Updated: 27 Nov, 2023 10:40 AM
बुद्धा वेलफेयर मिशन के प्रभारी भंते आर्यपाल ने कहा कि बौद्ध भिक्षुओं को चीवरदान देने की पौराणिक परंपरा रही है। बरसात के मौसम में बहुत भिक्षु एक ही जगह पर रहकर साधना करते हैं। तीन महीने के अंतराल के बाद उन्हें चीवरदान दिया जाता है, जिसे पहनकर वे...
गया: अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल बोधगया स्थित बुद्धा वेलफेयर मिशन मंदिर के प्रांगण में विश्व के कई देशों के बौद्ध भिक्षुओं के बीच चीवरदान (एक प्रकार का कपड़ा) दिया गया।
बुद्धा वेलफेयर मिशन के प्रभारी भंते आर्यपाल ने कहा कि बौद्ध भिक्षुओं को चीवरदान देने की पौराणिक परंपरा रही है। बरसात के मौसम में बहुत भिक्षु एक ही जगह पर रहकर साधना करते हैं। तीन महीने के अंतराल के बाद उन्हें चीवरदान दिया जाता है, जिसे पहनकर वे साधना एवं विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान करते हैं।
कार्यक्रम में कंबोडिया, म्यांमार, वियतनाम, अमेरिका, श्रीलंका, बांग्लादेश सहित भारत देश के विभिन्न जगहों से बौद्ध भिक्षु शामिल हुए हैं, जिन्हें चीवरदान दिया गया है। इसके बाद बौद्ध भिक्षुओं को संघदान भी दिया गया है। देश दुनिया में शांति हो, इसके लिए हमलोगों ने भगवान बुद्ध से विशेष प्रार्थना भी की है।