Edited By Ramanjot, Updated: 30 Jan, 2024 01:16 PM
राज्यपाल ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को अपनाने की जरूरत है। यह सबसे उत्तम चिकित्सा की पद्धति है। राज्यपाल ने कहा कि भले ही लोग एलोपैथ को बढ़ावा दे रहे हैं लेकिन आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति सर्वोत्तम है। आज जरूरत है दोनों पद्धति को एक साथ...
गया: बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को सबसे उत्तम चिकित्सा की पद्धति बताया और कहा कि इस प्राचीन प्रद्धति को अपनाने की जरूरत है। आर्लेकर ने गया के स्वामी राघवेंद्राचार्य त्रिदंडी आयुर्वेद महाविद्यालय सह चिकित्सालय में दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आपके ऊपर एक बड़ी जिम्मेवारी सौंपी गई है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में आप लोग बेहतर कार्य करेंगे।
राज्यपाल ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को अपनाने की जरूरत है। यह सबसे उत्तम चिकित्सा की पद्धति है। राज्यपाल ने कहा कि भले ही लोग एलोपैथ को बढ़ावा दे रहे हैं लेकिन आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति सर्वोत्तम है। आज जरूरत है दोनों पद्धति को एक साथ इंटीग्रेटेड करके पढ़ाया जाए, तभी चिकित्सा पद्धति और बेहतर होगी।
आयुर्वेद महाविद्यालय सह चिकित्सालय के सचिव स्वामी वेंकटेश प्रपन्नाचार्य ने कहा कि महाविद्यालय के प्रांगण में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया है। जिसमें छात्र-छात्राओं को राज्यपाल महोदय के द्वारा डिग्री प्रदान की गई है। कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय प्रबंधन से जुड़े लोग, छात्र-छात्राएं एवं प्रशासनिक लोग शामिल है। इसके लिए हम इन्हें धन्यवाद देते हैं। साथ ही जिन लोगों को डिग्री मिली है, उनके उत्तम भविष्य की कामना करते हैं।