महागठबंधन की मानव श्रृंखला में शामिल हुए तेजस्वी, कहा- काले कानूनों की वापसी तक जारी रहेगा संघर्ष

Edited By Ramanjot, Updated: 30 Jan, 2021 04:07 PM

human chain of grand alliance against agricultural laws today

बिहार में कृषि कानूनों के विरोध में महागठबंधन द्वारा आज मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया है। इसे लेकर विपक्षी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार फंडदाताओं के लिए जवानों और किसानों को आपस में लड़वा रही है।

पटनाः बिहार में कृषि कानूनों के विरोध में महागठबंधन द्वारा आज मानव श्रृंखला बनाई जा रही है। मानव श्रृंखला के आयोजन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी शामिल हुए हैं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि काले कानूनों की वापसी तक संघर्ष जारी रहेगा।

बुद्ध स्मृति पार्क के पास मानव श्रृंखला में शामिल हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि लोग किसानों के संघर्ष में उनके साथ खड़े हैं। केंद्र सरकार पूंजी पतियों के साथ है।  वहीं महागठबंधन के अन्य नेताओं ने कहा कि मानव श्रृंखला के जरिए लोगों को कृषि बिलों की खामियां भी समझाई जाएंगी। नेताओं ने कहा कि बिहार के किसान ट्रेनें कम चलने से आंदोलन में भाग नहीं ले पाए हैं।

इससे पहले शुक्रवार को विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने एक संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कृषि कानूनों पर उनकी "चुप्पी" पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, "हम मुख्यमंत्री के इस रवैये से चकित हैं। क्या उन्हें लगता है कि आंदोलनकारी किसानों को सड़कों पर मारना उचित है या क्या वे भाजपा के रुख को सही मानते हैं कि वे गलती कर रहे हैं? ...... यह विश्वास करना कठिन है कि नीतीश कुमार समाजवादी आंदोलन से निकले हुए हैं।'' 

बिहार में करीब डेढ़ दशक से पहले एपीएमसी को खत्म करने के लिए राजग सरकार की आलोचना करने वाले तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया, "इसने किसानों को मजदूर बना दिया। केंद्रीय कानून किसानों को भिखारी बना देंगे।" नीतीश की सरकार ने 2006 में कृषि उपज विपणन समिति (एपीएमसी) अधिनियम को समाप्त कर दिया था और मंडी प्रणाली को भी समाप्त कर दिया था।

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